राहुल यादव, लखनऊ।रिकॉर्ड मालगाड़ियों के परिचालन पर महाप्रबंधक वी.के. त्रिपाठी ने कहाकि “यद्यपि यह हर्ष का विषय है पर यह अभी आधी सफलता ही है। पूरी सफलता तब मिलेगी जब उत्तर मध्य रेलवे के समानांतर पूरे पूर्वी डीएफसी को भी चालू कर दिया जाएगा। उन्होंने बल देकर कहा कि हर अधिकारी को इस दिशा में कड़ी मेहनत करनी चाहिए”।
पूर्वी डीएफसी के न्यू भाऊपुर और न्यू खुर्जा खंड पर ट्रेन संचालन शुरू होने के बाद से इस खंड पर अधिक से अधिक मालगाड़ियां चलाने का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में भारतीय रेल डीएफसी के इस खंड पर औसतन प्रतिदिन 30 ट्रेनें (दोनों तरफ) परिचालित कर रहा है।गत शुक्रवार (दिनांक 21.05.2021) को डीएफसी पर सर्वाधिक मालगाड़ियों के परिचालन के साथ उत्तर मध्य रेलवे ने डीएफसी के साथ 36 ट्रेनों के इंटरचेंज की उपलब्धि हासिल की।भारतीय रेल भाऊपुर में पूर्वी डीएफसी को ट्रेनें सौंपता है और उन्हें खुर्जा में भारतीय रेल नेटवर्क वापस प्राप्त करता है। इसी तरह डाउन डायरेक्शन में डीएफसी ट्रेनों को न्यूखुर्जा से प्राप्त कर न्यू भाऊपुर में फिर से भारतीय रेल नेटवर्क को सौंप देता है। इसको प्रयागराज मंडल के टूंडला नियंत्रण कक्ष द्वारा परिचालित किया जाता है।मंडल यातायात प्रबंधक, टूंडला जे. संजय कुमार ने बताया कि, ” दिनांक 21.05.2021 को , भारतीय रेल ने 13 ट्रेनों को अप दिशा में और 23 ट्रेनों को डाउन दिशा में डीएफसी को सौंपा। इसके फलस्वरूप भारतीय रेल नेटवर्क की बची हुई लाइन क्षमता का उपयोग कोचिंग ट्रेनों के कुशल और समयबद्ध परिचालन और अनुरक्षण हेतु ब्लॉक के लिए अधिक समय प्रदान करने के लिए किया जाता है”।उत्तर मध्य रेलवे में पूर्वी डीएफसी के शेष खंड का काम तेज गति से प्रगति पर है और अक्टूबर तक रूमा और शुजातपुर के बीच 130 किलोमीटर के खंड को भी चालू करने का लक्ष्य है।
प्रदीप ओझा, मुख्य माल यातायात प्रबंधक (सीएफटीएम), उत्तर मध्य रेलवे कहते हैं “अर्थव्यवस्था में वृद्धि के साथ, परिवहन क्षेत्र को भी अपनी क्षमता में आवश्यक वृद्धि करनी होगी। हमारा मुख्य जोर डीएफसी पर अधिक से अधिक ट्रेनें चलाने पर है ताकि भारतीय रेल नेटवर्क पर कोचिंग संचालन के लिए अधिक मार्ग उपलब्ध हो सके। पूर्वी डीएफसी के 331 किमी भाऊपुर-खुर्जा खंड के प्रयोग से उत्तर मध्य रेलवे निर्बाध तरीके अधिक मालगाड़ियों को चलाने में सक्षम हो गया है और साथ ही अधिक रूटों की उपलब्धता के कारण कोचिंग ट्रेनों की समयपालनता में भी सुधार हुआ है।“ उन्होंने आगे कहा कि, “प्रयागराज मंडल की कुशल योजना और टूंडला नियंत्रण कक्ष और डीएफसी नियंत्रण कक्ष के बीच प्रभावी समन्वय से ही हम यह उपलब्धि हासिल करने में सक्षम हो सके हैं।” प्रदीप ओझा, मुख्य माल यातायात प्रबंधक ने बतायाकि, “उत्तर मध्य रेल मार्ग के समानांतर स्थित डीएफसी मार्ग के साथ ही गुड्स शेड खोलने के प्रयास भी चल रहे हैं, इससे भारतीय रेल प्रणाली पर और मार्ग उपलब्ध होगा। वर्तमान और भविष्य के यातायात अनुमानों के आधार पर गुड्स शेड के वांछित स्थानों की एक सूची डीएफसीसीआईएल अधिकारियों के साथ साझा की गई है”।
उत्तर मध्य रेलवे ने बनाया रिकॉर्ड
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