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‘उत्तर प्रदेश दिवस’ पर सीएम योगी का ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’, प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार सुबह अपने ट्वीटर एकाउंट से ट्वीट कर प्रदेशवासियों को ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आइये, हम सभी देश और प्रदेश के उत्थान के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ प्रयास करें। यूपी दिवस पर ‘अवध शिल्प ग्राम’ में ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने दीप जलाकर किया। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा, विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, सुरेश कुमार खन्ना, सत्यदेव पचौरी, लक्ष्मी नारायण चौधरी, चेतन चौहान, डॉ. नीलकंठ तिवारी, डॉ. अनूप चंद्र सहित तमाम नेता और अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल रामनाईक ने की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ से कई लोगों को सम्मानित किया।

कार्यक्रम के दौरान विश्वकर्मा श्रम सम्मान एवं टूल किट का वितरण किया। खेल पुरस्कार का वितरण किया गया। हस्तशिल्प पुरस्कार वितरण किया गया। लघु उद्यम पुरस्कार वितरण किया गया। निर्यात पुरस्कार, संतकबीर पुरस्कार वितरण किया गया। स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत लखनऊ तथा अमृत योजना के अंतर्गत लखनऊ, हरदोई एवं उन्नाव की परियोजनाओं का लोकार्पण,शिलान्यास किया गया। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी रंगारंग आयोजन किया गया। बता दें कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पारंपरिक कारीगरों के विकास को ध्यान में रखते हुए एक नई आरंभ की गई है। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना द्वारा पारंपरिक कारीगरों तथा मजदूरों को 6 दिनों की मुफ्त में ट्रेनिंग प्रदान करवाई जाएगी। यह योजना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आरंभ की गई है। इस योजना से बेरोजगार मजदूरों को रोजगार मिलेगा।

हर साल लगभग 15,000 मजदूरों को विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत रोजगार मिलेगा। इसी उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह योजना आरंभ की गई है ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिल सके। राज्य सरकार द्वारा चलाई गई इस योजना का लाभ ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के दर्जी, लोहार, नाई, मोची, हलवाई, सुनार और कुम्हार आदि उठा सकते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार का यही लक्ष्य है कि इन लोगों को बेहतर रोजगार प्रदान करवाया जाए। योजना के तहत कारीगरों को ट्रेनिंग जिला मुख्यालय या तहसील द्वारा प्रदान करवाई जाएगी। इस ट्रेनिंग का सारा खर्च सरकार द्वारा किया जाएगा। इस योजना के तहत मजदूरों के बेहतर रोजगार के लिए उन्हें 6 दिन की ट्रेनिंग करवाई जाएगी। ट्रेनिंग के दौरान कारीगरों के रहने तथा खाने-पीने का खर्च भी सरकार द्वारा ही किया जाएगा। योग्य कारीगरों को सरकार द्वारा उच्च गुणवत्ता वाली टूल किट प्रदान करवाई जाएगी। इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन भी जल्द ही आरंभ हो जाएगा।

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