अशोक यादव / लखनऊ : भारत के उप राष्ट्रपति एम0 वेंकैया नायडू ने राज्य सरकार को ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के प्रथम आयोजन पर बधाई देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश का इतिहास अत्यन्त समृद्ध है। यह आध्यात्मिकता का केन्द्र है। देश के स्वतंत्रता संग्राम में उत्तर प्रदेश ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह प्रदेश राम, कृष्ण, बुद्ध जैसी महान विभूतियों की कर्मभूमि रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार इस प्रदेश के विकास में तेजी लाने के लिए सारे प्रयास कर रही है। यह राज्य असीमित सम्भावनाओं वाला प्रदेश है। उप राष्ट्रपति ने यह विचार आज यहां अवध शिल्प ग्राम में आयोजित ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के प्रथम समारोह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर लखनऊ महोत्सव का भी शुभारम्भ किया गया।
नायडू जी ने कहा कि विविधता में एकता भारत की विशेषता है। यह उत्तर प्रदेश पर भी लागू होता है। उन्होंने कहा कि सभी भारतीयों को एकजुट होकर देश को आगे ले जाने का काम करना होगा। उन्होंने ‘वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट’ योजना को विशिष्ट बताते हुए कहा कि इसके तहत लोगों के हुनर को पहचान देते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा। इस योजना के लागू होने से रोजगार के अवसर तो सृजित होंगे ही, साथ ही उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों को अपने-अपने उत्पादों को विश्व स्तर पर पहुंचाने का भी अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि देश की जी0डी0पी0 में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण योगदान है। प्रदेश में देश के 08 प्रतिशत लघु उद्योग मौजूद हैं, जिनमें लाखों लोगों को रोजगार मिलता है।
समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल राम नाईक जी ने कहा कि आज का दिन स्वर्णिम दिवस है। उन्होंने उप राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए कहा कि उनके आने से इस कार्यक्रम की गरिमा बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, देश का अत्यन्त महत्वपूर्ण राज्य है। इसके हर जनपद में कोई न कोई हुनर मौजूद है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के दौरान भी उन्होंने उत्तर प्रदेश दिवस आयोजित करने का सुझाव दिया था, परन्तु इसका आयोजन नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के लिए आज का दिन सुखद है। आज जिन योजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया गया है, वे इस प्रदेश के विकास को नया आयाम देंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के प्रथम समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह एक गौरव का क्षण है। उत्तर प्रदेश की गौरवशाली परम्पराओं पर ध्यान केन्द्रित करते हुए इसके विकास पर काम करना होगा। उन्होंने राज्यपाल श्री राम नाईक जी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश दिवस के आयोजन का सुझाव उनका था, जिसे स्वीकार करते हुए इसे मनाया जा रहा है। यही नहीं, इस आयोजन को प्रदेश के विकास, कृषि, उद्योग इत्यादि से भी जोड़ा गया है। जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश, देश का सबसे बड़ा राज्य है। विश्व मानचित्र पर भारत को एक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने में इस राज्य की एक महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों का संतुलित विकास आवश्यक है। इसके बगैर देश का विकास और प्रगति असम्भव है।
आगामी 21 एवं 22 फरवरी, 2018 को आयोजित की जा रही यू0पी0 इन्वेस्टर्स समिट-2018 का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसके माध्यम से लगभग ढाई लाख करोड़ रुपए का निवेश प्रदेश में सम्भावित है। राज्य सरकार इस बात के प्रयास कर रही है कि प्रदेश के युवाओं को यहीं रोजगार के अवसर मुहैया कराए जा सकें ताकि उन्हें रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों की ओर प्रस्थान न करना पड़े।
उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य के गठन पर अभिलेख प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। उप राष्ट्रपति का स्वागत मुख्यमंत्री ने पुष्प, अंगवस्त्र, श्रीराम की मूर्ति तथा कन्नौज का इत्र भेंट कर किया। इससे पूर्व, समारोह का शुभारम्भ गणेश वन्दना कर किया गया। इस अवसर पर विभिन्न लोक नृत्यों का प्रस्तुतिकरण करने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश गीत का भी प्रस्तुतिकरण किया गया।
समारोह के दौरान उप राष्ट्रपति ने ‘वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट’ के ‘लोगो’ और पुस्तिका को लाॅन्च किया। मुद्रा योजना तथा स्टैण्ड अप इण्डिया योजना के तहत 1200 लोगों को प्रमाण-पत्र तथा चेक भी वितरित किए गए। इस अवसर पर लखनऊ जनपद की 941.96 करोड़ रुपए लागत वाली 109 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी उप राष्ट्रपति द्वारा किया गया।
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