अशाेक यादव, लखनऊ। यूपी एटीएस ने मंगलवार को रोहिंग्या गिरोह का पर्दाफाश किया है। बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों के फर्जी दस्तावेज बनाकर मानव तस्करी करने वाले 4 आरोपियों को वाराणसी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है।
यह लोग अपना असल नाम छुपाकर दस्तावेजों को हिंदू नामों से बनवाते थे। यूपी एटीएस ने मिथुन मंडल, पश्चिम बंगाल (तस्कर), शाओन अहमद (बांग्लादेशी), मोमिनुर इस्लाम (बांग्लादेश), मेहंदी हसन (बांग्लादेशी) नाम के आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
एडीजी लां एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि यूपी शासन व यूपी पुलिस के द्वारा अवैध रूप से भारत में प्रवेश हो रहे बांग्ला देशियों के लिए अभियान चलाया जा रहा था। इसी सिलसिले में एटीएस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। यूपी एटीएस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।
जो अन्तराष्ट्रीय गिरोह म्यांमार व बांग्ला देश से लेकर कूट रचित दस्तावेज बनाकर भारत में रखते हैं। एक व्यक्ति पश्चिम बंगाल का रहने वाला है जो ट्रैवेल एजेंसी चलाता है। तीन अन्य शाऊन अहमद इसका वर्तमान नाम पिंटू है। मोमिन इस्लाम, मेंहदी हसन बांग्ला देश के रहने वाले हैं।
पूछताछ में पता चला है कि ये भारतीय पहचान पत्र बनाकर रह रहे थे। इनकी आरटीपीसीआर यात्रा के लिए कराई गई जांच भी फर्जी पाई गयी है। धर्म बदलकर ये लोग फर्जी पहचान पत्र बनवाकर विदेश जाने की फिराक में थे।
साउथ अफ्रीका जाने के लिए इन्होंने पास पोर्ट भी बनवाया था। इनके पास से 12 बैंक खाते मिले है जिसमें अच्छी खासी रकम है। पकड़े गए चारों के पास से 5 मोबाइल, 3 भारतीय पार्सपोर्ट, 4 आधार कार्ड, 12 एटीएम, 1 पैनकार्ड, 1 दिल्ली मेट्रो कार्ड, 3 वोटर आईडी कार्ड बरामद किया गया है।