अशाेक यादव, लखनऊ। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य तंत्र की रीढ़ कही जाने वाली आशा बहनें अब स्मार्टफोन से लैस होंगी। योगी सरकार करीब 80 हजार आशा बहनों को स्मार्टफोन देने जा रही है। अक्टूबर के दूसरे पखवारे में लखनऊ में प्रदेशस्तरीय आशा सम्मेलन आयोजित करने की तैयारी है, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आशा बहनों को स्मार्टफोन वितरित करेंगे।
बुधवार को उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में आशा बहनों ने जिस तरह ग्राउंड जीरो पर रहते हुए काम किया, वह सराहनीय और प्रेरणास्पद है। ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात आशा बहुएं ग्रामीण इलाकों की गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच और बच्चों के टीकाकरण की जानकारी सहित स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
इनके द्वारा उपलब्ध डेटा सरकार की नीतियों को तैयार करने का बड़ा आधार होते हैं। अभी आशा बहनों को डेटा की मैनुअल फीडिंग करने की व्यवस्था है, जो कि बेहद जटिल है। ऐसे में स्मार्टफोन से लैस कर इन्हें तकनीक से जोड़ा जाना आवश्यक है। इससे आशाओं को दैनिक कामकाज में सुविधा तो मिलेगी ही, कार्यप्रणाली में पारदर्शिता भी आएगी।
उन्होंने कहा कि हाल ही में 1,23,000 आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को स्मार्टफोन उपलब्ध कराया गया है। तकनीक से जुड़कर आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों का कामकाज सरल हुआ है। मुख्यमंत्री ने लखनऊ में आशा सम्मेलन आयोजित करने के भी निर्देश दिए हैं। तैयारी है कि अक्टूबर के दूसरे पखवारे में यह सम्मेलन आयोजित किया जाए।