अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आतंकी खतरे के मद्देनजर सचिवालय समेत सभी संवेदनशील सरकारी दफ्तरों की सुरक्षा का जिम्मा नवगठित उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल को दिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी ने बुधवार को टीम-9 की बैठक में कहा कि सचिवालय समेत सभी संवेदनशील शासकीय कायार्लयों की सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने की जरूरत है।
इसके मद्देनजर इन भवनों के सुरक्षा की जिम्मेदारी नवगठित यूपीएसएसएफ को सुपुर्द करने पर विचार करते हुए आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए। उधर, सूबे के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि दिल्ली पुलिस और यूपी एटीएस की संयुक्त कार्रवाई में लखनऊ, प्रयागराज और रायबरेली से आतंकवादियों की गिरफ्तारी से एक बड़ा खतरा टल गया है। लेकिन अब हमें और सतर्क रहने की जरूरत है। गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ में जो नए नाम सामने आएंगे। उनपर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि यूपी एटीएस और दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को लखनऊ, प्रयागराज, रायबरेली और प्रतापगढ़ में एक साथ छापेमारी कर आईएसआई से प्रशिक्षित तीन आंतकवादियों को गिरफ्तार किया था। साथ ही उनके कब्जे से बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए गए थे। एटीएस ने प्रयागराज के करेली इलाके से जीशान कमर, रायबरेली से मूलचंद उर्फ लाला उर्फ सज्जू और लखनऊ से मोहम्मद आमिर जावेद को गिरफ्तार किया था।