उत्तराखंड: पिथौरागढ़ के मुनस्यारी में मौसम खराब होने से शुक्रवार को हंसलिंग, राजरंभा, पंचाचूली, छिपलाकेदार, नाग्निधुरा, कालामुनि, बेटुलीधार आदि जगहों पर फिर से हिमपात हुआ। इसके चलते शनिवार को यहां शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित किया गया है। तहसील मुख्यालय में भी सुबह से ही बर्फबारी होती रही। ज्यादातर स्कूल खुले लेकिन इनमें उपस्थिति काफी कम रही। शिशु मंदिर में पांच तो प्राथमिक विद्यालय में बच्चे पहुंचे ही नहीं। ठंड के चलते निजी विद्यालयों ने शनिवार के लिए अवकाश घोषित किया गया है। तल्ला जोहार के समकोट, गिनीबैंड, बिर्थी, भंडारी गांव, सेबिला, दराती, रांथी, दुम्मर, दरकोट, नमजला, जैंती, धापा, सिन्नर, घोरपट्टा, बुंगा, पापड़ी, हरकोट, मालुपाती आदि गांवों के बच्चों और ग्रामीणों को कालामुनि में भारी बर्फबारी के बीच से आना पड़ रह रहा है।
बागेश्वर में कपकोट ब्लाक के मल्ला और विचल्ला दानपुर क्षेत्र कई गांवों में रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी ने लोगों का सुख-चैन छीन लिया है। बर्फ की वजह से रिखाड़ी- बाछम-बदियाकोट सड़क पर अब तक यातायात शुरू नहीं होने से इस सड़क से जुड़े गांवों में सब्जियों का संकट गहराने लगा है। इसके अलावा यहां के ग्रामीण भी शहर की ओर रुख नहीं कर पा रहे हैं। बागेश्वर जिले में शुक्रवार को हल्की बूंदा बांदी हुई। कपकोट ब्लाक के मल्ला और विचल्ला दानपुर के झूनी, खलझूनी, गोगिना, कीमू, लीती, रातिरकेठी, मल्खाडुंगर्चा, शामा, खड़लेख, हरकोट, धुरकोट, चौड़ा, धूर, उगियां, खाती, बाछम, तीख, किलपारा, बदियाकोट, कालो, कुंवारी और बोरबलड़ा गांवों में पांच इंच तक बर्फ पड़ी हुई है।
इन क्षेत्रों में बार बार हो रही बर्फबारी से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है। तापमान में गिरावट आने से समूचे क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बंद पड़ी रिखाड़ी – बाछम -बदियाकोट सड़क को सुचारु करने के लिए पीएमजीएसवाई की जेसीबी बर्फ को हटाने में जुटी है। जैसे ही सड़क खुलने की स्थिति में पहुंचती है और बर्फबारी होने से फिर से सड़क बंद हो जाती है। आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि खराब मौसम के बावजूद बर्फ से ढकी रिखाड़ी-बाछम-बदियाकोट सड़क को खोलने का काम जारी है। बर्फवारी से अभी तक किसी प्रकार के नुकसान की कोई सूचना प्राप्त नहीं है। उत्तरकाशी के हर्षिल क्षेत्र में कड़ाके की ठंड और चारे के अभाव में तीन गायों की मौत हो गई। आजकल पूरी हर्षिल घाटी पूरी तरह बर्फ से ढकी हुई है, जिससे यहां मवेशियों के लिए चारे का अभाव हो गया है।
बीते एक पखवाड़े से हर्षिल क्षेत्र में जमकर बारिश हो रही है। ऐसे में लावारिस छोड़े गए मवेशियों के जीवन पर संकट मंडराने लगा है। बाजार में लोगों ने अपनी दुकान तथा घरों के बरामदे भी बर्फबारी का सीजन शुरू होने से पहले ही बंद कर दिए थे। हर्षिल के डा. नागेंद्र रावत ने घर में जमा कुछ चारा इन लावारिस मवेशियों को दिया, लेकिन अपने घर में ही छह गाय बंधी होने के कारण वे ज्यादा चारा नहीं दे पाए। उन्होंने कहा कि यदि पशुपालन विभाग या प्रशासन मवेशियों को बचाने के लिए तिरपाल की छत व भूसे की व्यवस्था कर दे, तो उनकी जान बचाई जा सकती है। जौनसार बावर में बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद से लोगों की दुश्वारियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। क्षेत्र में कर्ह जगह विद्युत आपूर्ति ठप है, तो कई मार्गों पर बर्फ जमी होने से लोगों को पैदल दूरी नापनी पड़ रही है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि लोखंडी और लोहारी में पिछले तीन दिनों से विद्युत आपूर्ति ठप है। वहीं, पाटी-चकराता मार्ग पर जमी बर्फ को शुक्रवार भी नहीं हटाया जा सका। इससे पाटिया, रावना, बुरासवा, मेरावना, सिरबा, टुंगरोली, मैपाऊटा आदि क्षेत्र के लोगों को चकराता आने के लिए पैदल दूरी तय करनी पड़ रही है। चकराता में ड्यूटी के लिए आने वाले विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के साथ ही रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए बाजार आने वाले ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, लोखंडी और लोहारी में पिछले तीन दिनों से विद्युत आपूर्ति ठप है। इससे लोखंडी में बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए आने वाले पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय धूम सिंह चौहान, शेर सिंह चौहान, करम सिंह चौहान, मोहन सिंह आदि का कहना है कि लोखंडी एवं लोहारी पर्यटन स्थल है,
जहां बड़ी संख्या में पर्यटक बर्फ देखने आ रहे है, लेकिन बिजली नहीं होने से लोग अपने मोबाइल चार्ज नहीं कर पा रहे हैं। साथ ही टीवी, आटा चक्की आदि सभी बिजली से चलने वाले उपकरण ठप पड़े हुए हैं। उधर, विद्युत विभाग के एसडीओ अशोक कुमार ने बताया कि लगातार बर्फबारी होने से जगह-जगह विद्युत लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। इन्हें ठीक करवाया जा रहा है। चकराता, लोखंडी, लोहारी और आस पास के क्षेत्रों की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी के बाद से पूरे क्षेत्र में शीतलहर का प्रकोप है। शुक्रवार को बादल छाए रहने से डाकपत्थर, विकासनगर, हरबर्टपुर आदि क्षेत्रों में मौसम ठिठुरन भरा रहा। इससे इन क्षेत्रों में जन जीवन अस्त व्यस्त रहा।