देहरादून: उत्तराखंड में मानसून कहर बरपा रहा है। 15 जून को मानसून ने प्रदेश में दस्तक दी थी। इन 56 दिनों में अब तक प्राकृतिक आपदाओं में 24 लोगों की मौत हो चुकी है। बृहस्पतिवार देर रात टिहरी में बादल फटने की घटनाओं में दो लोग मारे गए। वहीं चमोली में दो लोग लापता चल रहे हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से प्राप्त सूचना के अनुसार चमोली में 12 घर ध्वस्त हो गए, जबकि टिहरी में एक घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। पौड़ी जनपद के श्रीनगर गढ़वाल में एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना है। बुधवार को चमोली जनपद में ही यात्री बस पर एक बड़ी चट्टान के गिरने से भी पांच लोगों की मौत हो गई थी।
15 जून के बाद से अब तक प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं में सबसे अधिक सात मौतें चमोली जनपद में हो चुकी हैं, जबकि जिले के दो लोग अभी लापता हैं। वहीं, पौड़ी में चार, टिहरी में चार, बागेश्वर, देहरादून, नैनीताल, यूएसनगर, उत्तकाशी में एक-एक मौत हो चुकी है। इनके अलावा पिथौरागढ़ और रुद्रप्रयाग में भी दो-दो लोग आपदा का निवाला बन चुके हैं। पिछले साल प्रदेश में 4330 प्राकृतिक घटनाएं हुईं, जिनमें 101 मौतें हुईं और 53 लोग घायल हुए। तीन लोगों का आज तक पता नहीं चल पाया। 739 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।