उत्तराखंड में बारिश और सैलाब में अबतक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. अकेले पौड़ी गढ़वाल में 6 की गई जान गई है. वहीं पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी लेवल 293 मीटर से ऊपर 293.30 पहुंच गया है. साथ ही बारिश से टिहरी डैम का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है.
टिहरी डैम की तरफ से टिहरी जिलाधिकारी को पत्र लिख कर अवगत कराया गया है कि लगातार पहाड़ों पर हो रही बारिश से डैम का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. इसके बाद डैम से पानी छोड़ा जा सकता है. इसके लिए आगे नदियों के किनारे चेतावनी जारी करने की जरूरत है. आमतौर पर 560 क्यूसेक पानी छोड़ा जाता है. पर जिस तरह से भारी बारिश हो रही है उसके बाद पानी की मात्रा बढ़ानी पड़ेगी.
ऐसे में टिहरी डैम से छोड़ा गया पानी 4 घंटे में देवप्रयाग, और 9 घंटे में ऋषिकेश तक पहुंच जाएगा ,और धर्मनगरी हरिद्वार में पहुंचने में इसको 11 घंटे का समय लगेगा.
इस चिट्ठी के बाद टिहरी जिलाधिकारी सोनिका की तरफ से भी एक सरकारी पत्र तमाम संबंधित अधिकारियों को भेज जा चुका है. इस पत्र में तमाम तरह के जरूरी एक्शन लेने के साथ ही पुलिस विभाग को भी कहा गया है कि नदी के किनारे लाउडस्पीकर के जरिए निचले स्तर पर निवास करने वाले नागरिकों को सचेत किया जाए ताकि कोई जनहानि न हो सके
बद्रीनाथ से अलखनंदा,केदारनाथ से मंदाकिनी और उत्तरकाशी से भागीरथी मिलकर गंगा का रूप लेकर पहाड़ से नीचे मैदान तक का सफर करती हैं. ऋषिकेश में वार्निंग लेवल 293 मीटर से ऊपर बह रही हैं तो हरिद्वार में भी खतरे के लाल निशान पर बह रही हैं. जो किसी भी समय बड़े खतरे का सबब बन सकती हैं
मौसम विभाग के रेड अलर्ट के बाद पूरे प्रदेश में भारी बारिश हो रही है. देहरादून में जहां पिछले 17 घंटे से लगातार भारी बारिश हो रही है तो वहीं टिहरी ,उत्तरकाशी,नैनीताल ,चम्पावत,बागेश्वर और हरिद्वार में भी कल से लगातार बारिश जारी है.