नई दिल्ली: कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के उपयोग का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग पर भरोसा करने तथा संस्था की पवित्रता का सम्मान करने की आवश्यकता है। उनकी टिप्पणी से एक दिन पहले ही मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने जोर दिया था कि चुनाव आयोग ईवीएम को छोडने और मतपेटियों के युग में वापस नहीं लौटने वाला है। प्रसाद ने कहा कि मैं कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं करना चाहता। मैं पूरे सम्मान के साथ कहना चाहता हूं कि उसी मशीन ने मेरी पार्टी (भाजपा) की जीत और मेरी पार्टी की हार भी दिखाई है। उसी मशीन ने क्षेत्रीय दलों को कई बार सफलता दिलाई है। उन्होंने राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की।
कार्यक्रम का आयोजन चुनाव आयोग ने किया था और इसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तथा मुख्य चुनाव आयुक्त अरोड़ा भी मौजूद थे। कानून मंत्री ने कहा कि भारत में चुनाव और चुनाव के संचालन पर विश्व स्तर पर चर्चा होती रही है। हमें चुनाव आयोग पर भरोसा करने और आयोग की संस्था की पवित्रता का सम्मान करने की आवश्यकता है। इससे पहले सोमवार को एक स्वयंभू साइबर विशेषज्ञ ने दावा किया था कि ईवीएम मशीनों को हैक किया जा सकता है और 2014 के लोकसभा चुनावों में धांधली हुई थी। इस दावे के बाद कई विपक्षी दलों ने आगामी लोकसभा चुनावों में मतपत्रों के इस्तेमाल की मांग की है।