सिडनी : जासूसी के आरोपी ईरान में गिरफ्तार ऑस्ट्रेलियाई दंपती जोली किंग और मार्क फिरकिन को शनिवार को रिहा कर दिया गया। जासूसी के आरोपों के तहत दंपती को तीन माह तक हिरासत में रखा गया। इनपर लगाए तमाम जासूसी के आरोप वापस ले लिए गए हैं। ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मैरिस पेने ने इस बात की जानकारी दी। विदेश मंत्री ने बताया, लंबी बातचीत के बाद ईरान ने ऑस्ट्रेलियाई दंपती को रिहा कर दिया है। वे स्वदेश लौट रहे हैं। वे उत्साह से भरे हैं और पूरी तरह स्वस्थ हैं। दंपती ऑस्ट्रेलिया से वर्ष 2017 में निकले थे। दो साल से इन्होंने ऑस्ट्रेलिया से ब्रिटेन के सफर पर ब्लॉग लिखा और इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की है। कजाखस्तान और पाकिस्तान दौरे के बाद अचानक वे सोशल मीडिया से नदारद हो गए। ईरान की न्यायपालिका के प्रवक्ता ने पिछले माह जानकारी दी कि किंग और फिरकिन ड्रोन के उपयोग से प्रतिबंधित इलाकों और सैन्य ठिकानों की तस्वीरें ले रहे थे। इसके बाद ही जासूस के आरोपों के तहत उन्हें हिरासत में ले लिया गया। मामला सामने आने के बाद ऑस्ट्रेलिया की ओर से उनकी रिहाई के लिए ईरान से संपर्क साधा गया। इन्हें ईरान के एविन जेलखाने में रखा गया था। परमिशन के बाद इरान में ड्रोन के इस्तेमाल की अनुमति है लेकिन इसके लिए कड़ी शर्तें हैं। संवेदनशील जगहों, अधिक भीड़ या लोगों के ऊपर ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं है। बिना अनुमति के ड्रोन के इस्तेमाल पर 6 माह की सजा होती है। रिहाई के बाद स्वदेश पहुंच दंपती ने प्रसन्नता जाहिर की है।
ईरान में गिरफ्तार जासूसी के आरोपी ऑस्ट्रेलियाई दंपति को मिली रिहाई
Loading...