देहरादून: प्रचंड जीत के बाद पीएम नरेंद्र मोदी आगामी 30 मई को शपथ ले सकते हैं। शपथ ग्रहण समारोह में देश के ही नहीं विदेश से भी कई गणमान्यों के आने की उम्मीद है। लेकिन पार्टी के बड़े समर्थक कहे जाने वाले बाबा रामदेव समारोह में शामिल नहीं होंगे। रविवार को पतंजलि योगपीठ में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि आचार्य बालकृष्ण देश दुनिया में पतंजलि का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। 2014 में भी पतंजलि की ओर से आचार्य बालकृष्ण ही शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे और इस बार भी वे ही समारोह में शामिल होने जाएंगे।
स्वामी रामदेव ने कहा कि प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई नरेंद्र मोदी सरकार जन भावनाओं को समझते हुए देश के विकास को नया आयाम प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के सामने विकास से संबंधित उम्मीदों पर काम करना बड़ी चुनौती है। लेकिन साथ ही धारा 370 35a को हटाना राम मंदिर का निर्माण करना जनसंख्या नियंत्रण के लिए प्रभावी कानून बनाना भी बड़ी चुनौती है। नरेंद्र मोदी सरकार ने पहले भी जनआकांशाओं को पूरा किया है। देश तब तक मजबूत नहीं हो सकता जब तक जनसंख्या पर नियंत्रण न हो। उन्होंने कहा कि अगले 50 साल में भी भारत की जनसंख्या डेढ़ सौ करोड़ पार नहीं होनी चाहिए।