नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे कार्यकाल के लिए गुरुवार को शपथ ली. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी मंत्री पद की शपथ ली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में एक भव्य समारोह में मोदी व उनके मंत्रिमंडल के 57 सदस्यों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए मंत्रिमंडल में जिन मंत्रियों ने गुरुवार को पद और गोपनीयता की शपथ ली उनमें छह महिलाएं शामिल हैं. मोदी सरकार में ये महिलाएं इस बार दमदार भूमिका में नजर आएंगी. मोदी सरकार में जहां निर्मला सीतारमण , स्मृति ईरानी और हरसिमरत कौर बादल ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली.
वहीं, साध्वी निरंजन ज्योति , रेणुका सिंह और देबाश्री चौधरी ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली. निर्मला सीतारमण ने पिछली सरकार में रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली थी. इस बार भी कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी ही दी जाएगी. कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि स्मृति ईरानी को भी इस बार कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती हैं. बता दें कि पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह मेंशामिल होने के लिए 8000 मेहमानों को न्योता दिया गया था. राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी के साथ-साथ राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, सदानंद गौड़ा समेत तमाम नेताओं ने भी शपथ ली. मोदी सरकार में हालांकि इस बार कई दिग्गज नेताओं को पीएम मोदी की नई कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाई. शपथ ग्रहण समारोह से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि ये दिग्गज मोदी सरकार का हिस्सा होंगे. इस लिस्ट में अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, राज्यवर्धन राठौर, मेनका गांधी, जेपी नड्डा जैसे दिग्गज शामिल हैं. लोकसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) के प्रचंड जीत के बाद से अमित शाह के कैबिनेट में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे.
हालांकि बीजेपी के एक धड़े का मानना था कि अमित शाह को फिलहाल बीजेपी अध्यक्ष के पद से हटाना सही नहीं होगा. खासकर तब जब हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और दिल्ली में अगले कुछ महीनों में विधानसभा का चुनाव होना है. राज्य सभा में अपनी स्थिति को और बेहतर करने के लिए बीजेपी को विधानसभा चुनाव में भी बेहतर करना जरूरी है. मौजूदा समय में राज्य सभा के 250 सदस्यों में से एनडीए के 99 सदस्य हैं. हालांकि अमित शाह नई कैबिनेट का हिस्सा बन गए हैं.