अशाेक यादव, लखनऊ। कोरोना के लगातार बढ़ते कहर के कारण इलाहाबाद हाईकोर्ट में 12 अप्रैल से फिर वर्चुअल सुनवाई की व्यवस्था लागू हो जाएगी। परिसर में अधिवक्ता, वादकारी व मुंशियों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
निबंधक प्रोटोकॉल आशीष कुमार श्रीवास्तव के अनुसार शुरुआत में मुकदमों की सुनवाई के लिए 25 पीठ बैठेंगी। बाद में आवश्यकता के अनुसार मुकदमों की संख्या को देखते हुए पीठों की संख्या घटाई या बढ़ाई जाएगी।
इस व्यवस्था में पहले से दाखिल मुकदमे सुनवाई के लिए न्यायालयों में पेश होंगे। निश्चित संख्या में मुकदमे कोर्ट में पेश किए जाएंगे, जिसकी सूचना अधिवक्ता को दी जाएगी। इसके लिए हेल्पलाइन 12 अप्रैल से क्रियाशील हो जाएगी।
रजिस्ट्रार कम्प्यूटर इसके लिए जरूरी कदम उठाएंगे। वर्चुअल सुनवाई के दौरान इंटरनेट स्पीड सही रखने के आदेश दिए गए हैं ताकि स्पीड के कारण सुनवाई प्रक्रिया में बाधा न उत्पन्न हो। मुकदमों का दाखिला मैनुअली एवं ई-मोड, दोनों तरह से होगा।
दाखिला परिसर से बाहर स्थित काउंटरों पर शाम चार बजे तक हो सकेगा। काउंटरों पर स्टाफ की तैनाती रोस्टर से की जाएगी। इस दौरान परिसर का सेनेटाइजेशन समयानुसार होता रहेगा। वर्चुअल सुनवाई के लिए जिस्टी मीट ऐप इस्तेमाल होगा।
अधिवक्ता इस ऐप को पहले से डाउनलोड कर लेंगे तो उन्हें सुविधा होगी और उनके समय की बचत होगी। हाईकोर्ट की वेबसाइट पर 11 अप्रैल को प्रकाशित एक नोटिस में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर दिया गया है।