लखनऊ : इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ की टीम सीसीटीवी कैमरों के जरिए टर्मिनल थ्री के चेक-इन एरिया को खंगालने में जुटी थी. इसी दौरान, सीआईएसएफ की इंटेलीजेंस टीम की निगाह एक विदेशी शख्स पर पड़ी. यह विदेशी शख्स टर्मिनल के गेट नंबर 1 से गेट नंबर 8 के बीच न केवल अपनी लोकेशन बदल रहा था, बल्कि वहां तैनात सीआईएसएफ कर्मियों की गतिविधियों को बारीकी से पढ़ने की कोशिश कर रहा था. विदेशी शख्स की इन गतिविधियों को देखकर सीआईएसएफ इंटेलीजेंस की टीम हरकत में आ गई. आनन-फानन सीआईएसएफ की प्रोफाइलिंग और क्विक रिएक्शन टीम को रवाना कर दिया गया.
वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मौके पर पहुंची सीआईएसएफ की टीम ने इस संदिग्ध शख्स से अपना पहचान पत्र और यात्रा संबंधी दस्तावेज दिखाने के लिए कहा. जिस पर, इस शख्स ने अपना पासपोर्ट और चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस का एक टिकट सीआईएसएफ के अधिकारियों को सौंप दिया. जांच के दौरान पता चला कि पासपोर्ट में इस शख्स का नाम ताओ जीहवेन दर्ज है. इसके पास से बरामद टिकट के बाबत एयरलाइंस से पड़ताल करने पर पता चला कि ताओ जीहवेन के नाम से कोई टिकट बुक नहीं की गई थी. इस बीच, सीसीआईएसएफ इंटेलीजेंस की टीम ने सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल में पाया कि आरोपी शख्स के साथ एक महिला और एक बच्चा भी टर्मिनल बिल्डिंग में दाखिल हुआ था.इनके बाबत पूछने पर उसने बताया कि एक महिला और बच्चा उसके रिश्तेदार हैं. दोनों चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस की फ्लाइट MU-564 से शांघई के लिए रवाना हुए हैं. संदिग्ध शख्स द्वारा बताई गई इस जानकारी की पुष्टि एयरलाइंस ने भी कर दी. पूछताछ के दौरान, इस शख्स ने बताया कि वह अपनी रिश्तेदार को एयरपोर्ट के चेक-इन काउंटर तक सी-आफ करना चाहता था. अपनी इस चाहत को पूरा करने के लिए उसने अपने रिश्तेदार के टिकट में छेड़छाड़ कर अपना नाम प्रिंट कर दिया था. इसी टिकट के जरिए वह एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग में दाखिल हुआ था.
पूछताछ के दौरान उसने बताया कि रिश्तेदारों को सी-आफ करने के बाद वह टर्मिनल बिल्डिंग से बाहर निकलना चाहता था. इसी मंसूबे के तहत वह टर्मिनल के एक गेट से दूसरे गेट के बीच घूम रहा था. चीन मूल के इस शख्स की स्वीकारोक्ति के बाद सीआईएसएफ ने उसे एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया. वहीं एयरपोर्ट पुलिस ने इस शख्स के खिलाफ आईपीसी की धारा 417, 447, 465 और 471 के तहत एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.