लखनऊ : इंडोनेशिया के लोमबोक द्वीप में रविवार को भूकंप का एक तगड़ा झटका महसूस किया गया. इसमें 82 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों अन्य लोग घायल भी हुए हैं. इंडोनेशिया आपदा एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुरवो नुग्रोहो ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि हजारों इमारतें क्षतिग्रस्त भी हुई हैं
अचानक आए भूकंप से पर्यटकों और स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई. अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के अनुसार इस भूकंप की तीव्रता सात थी और इसका केंद्र लोमबोक के उत्तरी क्षेत्र में जमीन से केवल 10 किलोमीटर नीचे था. सप्ताह भर पहले लोमबोक द्वीप पर आए भूकंप में 12 से अधिक व्यक्तियों की मौत हो गई थी. माताराम तलाशी और बचाव एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी अगुंग प्रामुजा ने एएफपी को बताया कि मृतकों की संख्या बढ़कर 82 हो गई है. अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के बाद जारी की गई सुनामी की चेतावनी को रद्द कर दिया गया है.
अधिकारियों ने कहा कि नवीनतम भूकंप में एक संक्षिप्त सुनामी चेतावनी जारी की गई थी. इससे बाली के देनपासार में भी इमारतों को क्षति पहुंची। इन इमारतों में एक डिपार्टमेंटल स्टोर और हवाई अड्डे टर्मिनल की इमारत शामिल है. मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भूभौतिकी एजेंसी के अधिकारी डी कर्नावती ने कहा कि सुनामी की चेतावनी तब वापस ले ली गई जब सुनामी की लहरें तीन गांवों में मात्र 15 सेंटीमीटर ऊंची दर्ज की गई.लोमबोक के आपदा अधिकारी इवान अस्मारा ने कहा कि लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए. डोनेशिया आपदा शमन एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुरवो नुग्रोहो ने बताया कि शहर में क्षतिग्रस्त हुई ज्यादातर इमारतों में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया था. सुरक्षा सम्मेलन के लिए लोमबोक में मौजूद सिंगापुर के गृह मंत्री के शनमुगम ने फेसबुक पर बताया कि कैसे उनके होटल की दसवीं मंजिल का कमरा हिल रहा था.