लखनऊ : आबकारी विभाग ने शनिवार को यहां एक निजी कुरियर कंपनी के कार्यालय की छापा मार कर एक पार्सल से 30 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किया जिसकी कीमत 200 करोड़ रुपये आंकी गई है. यह छापा उस वक्त मारा गया जब एर्नाकुलम के आबकारी उपायुक्त ए एस रंजीत को इस संबंध में जानकारी मिली. छापे में मादक पदार्थ ‘मिथलीन डाईआक्सी मेथामफेटामीन’ जब्त किया गया. शुरुआती जांच में पता चला है कि मलेशिया के लिए पार्सल एक अंतरराष्ट्रीय तस्कर गिरोह द्वारा भेजा जा रहा था. गौरतलब है कि ऐसा यह कोई पहला मामला नहीं है.इससे पहले दिल्ली एयरपोर्ट भी ऐसे ही एक गिरोह को मादक पदार्थ के साथ पकड़ा गया था.
डीआरआई ने सोना तस्करी रैकेट के भंडाभोड़ करते हुए आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है. पुलिस को आरोपियों के पास से 6.5 किलो सोना जब्त किया है जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत दो करोड़ रुपये से ज्यादा की है. डीआरआई की शुरुआत जांच में पता चला है कि आरोपी सोने की इस खेप को ढाका से लेकर आ रहे थे. जांच के अनुसार एक मोबाइल सर्विस देने वाली कंपनी के लोग भी इस रैकेट का हिस्सा थे. वह अपने आईकार्ड का इस्तेमाल कर बगैर किसी जांच के ही आरोपियों को एयरपोर्ट में प्रवेश और बाहर निकाल दिया करते थे. बाद में तस्कर मोबाइल के कर्मचारियों को उनका हिस्सा दे पहुंचा देते थे.
डीआरआई के अनुसार इस तरह से आरोपियों ने बीते एक साल में करीब 100 किलो सोने की तस्करी की है. पुलिस इस मामले में गिरोह के लिए काम करने वाले अन्य आरोपियों की भी तलाश करने जुटी है. साथ ही इस गिरोह का ढाका कनेक्शन भी तलाशा जा रहा है. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही डीआरई ने मुंबई से भी एक ऐसे ही गिरोह का भंडाफोड़ किया था जो ड्रग्स की तस्करी करता था. डीआरी ने गिरोह के दस सदस्यों को गिरफ्तार भी किया था. गिरफ्तारी आरोपियों में तीन विदेशी नागरिक भी शामिल हैं. डीआरआई के मुताबिक ये गिरोह पिछले कई सालों से प्रतिबंधित दवा का निर्माण करता था. आरोपियों के खिलाफ तीन दिन तक चली इस कार्रवाई को “ऑपरेशन विटामिन” का नाम दिया गया था. (इनपुट भाषा से)