नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी ने अपने बुजुर्ग नेताओं को मनाने की कवायद शुरू कर दी है. खबर है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र को जारी करने से पहले आज वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से उनके घर जाकर मुलाक़ात करेंगे. आपको बता दें कि पिछले सप्ताह ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने ब्लॉग लिखकर बीजेपी के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए थे. लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि बीजेपी ने शुरू से ही राजनीतिक विरोधियों को दुश्मन नहीं माना. जो हमसे राजनीतिक तौर पर सहमत नहीं हैं इन्हें देश विरोधी नहीं कहा. उन्होंने आगे लिखा, ‘पार्टी नागरिकों के व्यक्तिगत और राजनीति पसंद की स्वतंत्रता के पक्ष में रही है. लालकृष्ण आडवाणी ने अपने ब्लॉग में बीजेपी के मौजूदा तौर तरीक़ों पर दबे लफ़्ज़ों में, लेकिन साफ़-साफ़ सवाल उठाए हैं.
‘राष्ट्र सबसे पहले, फिर दल और अंत में मैं’ के शीर्षक वाले इस ब्लॉग में आडवाणी ने 6 अप्रैल को बीजेपी की स्थापना दिवस का हवाला देते हुए याद दिलाया कि वो भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी दोनों के संस्थापक सदस्य हैं और लगभग पिछले सत्तर साल से देश की सेवा कर रहे हैं. उन्होंने गांधीनगर के लोगों का शुक्रिया अदा किया जहां से वो 6 बार सांसद रहे. गौरतलब है कि बीजेपी ने इस बार पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में शुमार लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का टिकट काट दिया. इसको लेकर दोनों नेताओं के नाराज होने की भी बातें कहीं गई. आडवाणी ने तो टिकट कटने के मसले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, मगर मुरली मनोहर जोशी ने दो लाइनों का एक नोट जारी कर बताया कि उनसे पार्टी नेता राम लाल ने चुनाव लड़ने से मना किया, जिसकी वजह से वह चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. उधर आडवाणी खेमे से यह बात उभरकर सामने आई कि वह टिकट कटने से नहीं बल्कि टिकट कटने के तरीके से नाराज हैं. क्योंकि ऐसा करने से पहले पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उनसे संपर्क भी नहीं किया.