लखनऊ : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी मंगलवार से दिल्ली के तीन दिनी दौरे पर हैं. इस दौरान वह असम में जारी हुए एनआरसी के अंतिम मसौदे पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिल सकती हैं. इसके अलावा वह ‘संघीय मोर्चा’ की कोलकाता में 19 जनवरी को होने वाली रैली में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी को आमंत्रित करने के लिए भी उनसे मुलाकात कर सकती हैं.
एनआरसी के अंतिम मसौदे पर नाराज
ममता बनर्जी सोमवार को जारी हुए एनआरसी के अंतिम मसौदे में 40 लाख लोगों को शामिल नहीं किए जाने पर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस करके कहा था कि यह बीजेपी की वोटबैंक की राजनीति है. उन्होंने सवाल उठाया था कि इन 40 लाख लोगों के लिए सरकार ने क्या व्यवस्था की है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि 40 लाख लोगों को उनके सरनेम के आधार पर एनआरसी के अंतिम मसौदे में नहीं शामिल किया गया. उन्होंने राजनाथ सिंह से इसमें संशोधन करने की अपील की थी.
विपक्षी नेताओं से मिलेंगी
दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एक गैर बीजेपी मोर्चा बनाने की कोशिश कर रही हैं. तृणमूल कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक ममता की नई दिल्ली की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान उनके सोनिया, राजद नेता तेजस्वी यादव और अन्य विपक्षी नेताओं से मिलने की संभावना है. बीजेपी का मुकाबला करने के लिए किसी गठबंधन में कांग्रेस को शामिल करने के प्रति शुरुआत में सजग दिखने वाली तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने हाल के हफ्तों में विपक्षी ताकतों को एकजुट करने के लिए इस राष्ट्रीय पार्टी से हाथ मिलाने का संकेत दिया है.
संसद में कर सकती हैं मुलाकात
हालांकि, उनका सोनिया से मुलाकात का कोई पूर्व निर्धारित कार्यक्रम नहीं है लेकिन ममता अपनी यात्रा के दौरान उनसे और सभी अन्य प्रमुख नेताओं से मिलने की कोशिश करेंगी. तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि ममता बनर्जी जब एक अगस्त को संसद भवन जाएंगी, तब उनकी कुछ नेताओं से मुलाकात हो सकती है. वह सोनिया गांधी, राजद नेता तेजस्वी यदव से मुलाकात कर सकती हैं. दरअसल, तेजस्वी ममता की यात्रा के दौरान दिल्ली में मौजूद होंगे. ममता संसद भवन में सेंट्रल हॉल जाएंगी. 19 जनवरी को कोलकाता में संघीय मोर्चा की अपनी रैली में उनके द्वारा विपक्षी पार्टी के नेताओं को व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित किए जाने की उम्मीद है.
अब्दुल्ला से मिली थीं
तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन ने बताया कि ममता के अपनी यात्रा के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी, बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा और बीजेपी से नाराज चल रहे सांसद शत्रुघ्न सिन्हा से भी मिलने की संभावना है. ब्रायन ने बताया कि मोदी सरकार के कटु आलोचक अरुण शौरी बाद में कोलकाता में ममता से मिलेंगे क्योंकि वह तृणमूल कांग्रेस प्रमुख की नई दिल्ली यात्रा के दौरान वहां मौजूद नहीं होंगे. गौरतलब है कि ममता ने बीजेपी का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों का एक गठबंधन बनाने के लिए हाल ही में नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की थी.