नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद आजम खान द्वारा संसद में दी गयी आपत्तिजनक टिप्पणी पर जोरदार रिएक्शन दिया है. उन्होंने कहा है कि आजम खान को इसके लिए सजा होनी चाहिए. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा नेता ने अपने बयान में सारी सीमायें पार कर दी हैं और हम मांग करते हैं कि इसके लिए उन्हें सजा मिलनी चाहिये. उपमुख्यमंत्री शनिवार को आगरा में आयोजित अखिल भारतीय महापौर परिषद के 50 वें अधिवेशन के अवसर पर पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवालों के जबाव दे रहे थे. मौर्य ने कहा, “आजम खान हों या अखिलेश यादव हों, ये लोग बौखला और घबरा गये हैं. मर्यादा का ध्यान नहीं है कि मातृ शक्ति क्या होती है. आजम को इसकी सजा मिलनी चाहिये.”
उन्होंने कहा, “हम मांग करते हैं कि अखिलेश यादव को भी सजा मिलनी चाहिए क्योंकि उन्होंने आजम जैसे व्यक्ति का बचाव किया है. आजम खान पर कार्रवाई को लेकर डिप्टी सीएम ने कहा कि अभी तक (जमीन के) कब्जे हो रहे थे और अब मुकदमें हो रहे हैं. जांच चल रही है, जिस दिन जरूरत पड़ेगी, वो जेल भी जाएंगे.” सरधना विधानसभा क्षेत्र से विधायक ठाकुर संगीत सोम ने भी समाजवादी पार्टी सांसद आजम खान द्वारा लोकसभा में पीठासीन सभापति रमा देवी पर की गई टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को निशाना साधा. सोम ने कहा कि “आजम खान भू-माफिया ही नही, 420 भी हैं.” इससे पहले लोकसभा में भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राकांपा सहित सभी दलों ने गुरूवार को पीठासीन सभापति रमा देवी के बारे में आजम खान की टिप्पणी की पार्टी लाइन से हटकर कड़ी निंदा की और स्पीकर से इस मामले में कठोर कार्रवाई करने की मांग की थी.
इस मामले पर शून्यकाल में निचले सदन में विभिन्न दलों की महिला सांसदों समेत दलों के नेताओं ने अपनी बात रखी थी. महिला सांसदों ने स्पीकर से ऐसी कार्रवाई करने की मांग की जो ‘नजीर’ बन सके. विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि या तो आजम खान इसके लिए माफी मांगे या उन्हें निलंबित कर दिया जाए. गौरतलब है कि लोकसभा में तीन तलाक पर रोक लगाने के प्रावधान वाले विधेयक पर चर्चा के दौरान बृहस्पतिवार को उस समय विवाद की स्थिति बन गयी जब पीठासीन सभापति रमा देवी को लेकर समाजवादी पार्टी नेता आजम खान की एक टिप्पणी पर भाजपा सदस्यों ने जोरदार विरोध जताया और उनसे माफी की मांग की थी.
आजम खान जब ‘मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2019′ पर सदन में हो रही चर्चा में भाग ले रहे थे तो पीठासीन सभापति रमा देवी ने उनसे आसन की ओर देखकर बोलने को कहा था. इस पर आजम खान ने कुछ ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी की जिस पर भाजपा के सदस्यों ने जोरदार विरोध किया था. पीठासीन सभापति रमा देवी भी कहते सुनी गयी थीं कि यह बोलना ठीक नहीं है और इसे रिकॉर्ड से हटाया जाना चाहिए. उन्होंने इसके लिए आजम खान से माफी मांगने को भी कहा. उस समय भाजपा के सदस्य माफी पर अड़े रहे और टीका-टिप्पणी जारी रही. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, वन और पर्यावरण राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो तथा गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने आसन से मांग की थी कि सपा सदस्य आजम खान को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगने का निर्देश दिया जाना चाहिए.