लखनऊ। राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशांक शेखर सिंह ने कहा कि आउटसोर्सिंग कम्पनियो द्वारा नौजवानों का शोषण चरम पर है। कंपनियो द्वारा न तो समय पर वेतन का भुगतान किया जा रहा बल्कि खानापूर्ति के रूप में सरकार द्वारा जांच के नाम पर नौजवानों का शोषण किया जा रहा।राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच की यह मांग रही है कि आउटसोर्सिंग कंपनियो द्वारा शोषण बन्दकर न्यूनतम अकुशल श्रमिक को 18000 तथा कुशल श्रमिक को 24000 रुपये दिया जाए। शशांक शेखर सिंह ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार और अधिकारियों की कंपनियों से सांठगांठ है उसी का नतीजा है कि तमाम ब्लैकलिस्टेड कंपनियो और अधिकारियों ,मंत्रियो के करीबियों को लाभ पहुचाने की दृष्टि से नौजवानों के भविष्य को गिरवी रखा जा रहा।
श्री शेखर ने सरकार से मांग किया कि उक्त बातो की पुष्टि हेतु कंपनियो की ऑडिट एवं जांच आवश्यक है तथा सरकार अपनी जिम्मेदारी लेते हुए समय से बकाये वेतन का भुगतान कराये तथा सरकारी संस्थाओ का निजीकरण रोककर रोजगार सृजन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। कंपनियो द्वारा न तो समय पर वेतन का भुगतान किया जा रहा बल्कि खानापूर्ति के रूप में सरकार द्वारा जांच के नाम पर नौजवानों का शोषण किया जा रहा।राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच की यह मांग रही है कि आउटसोर्सिंग कंपनियो द्वारा शोषण बन्दकर न्यूनतम अकुशल श्रमिक को 18000 तथा कुशल श्रमिक को 24000 रुपये दिया जाए।