वाराणसी। क्राइम ब्रांच की ताबड़तोड़ बैटिंग जारी है। एक दिन पहले ही लाखों का गांजा बरामद करने वाली टीम ने आईपीएल में सट्टेबाजी करने वाले बड़े गैंग का खुलासा किया है। क्राइम ब्रांच को आरोपियों से पूछताछ में गैंग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने मीडिया के साथ गैंग के सदस्यों की जानकारी साझा की। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह को मुखबिर से सूचना मिली कि आदमपुर थाना क्षेत्र के कोनिया विजयीपुर में नितिन पांडेय उर्फ सन्नी पांडेय अपने मकान में आईपीएल क्रिक्रेट मैच का सट्टा खेलवाते हैं। क्राइम ब्रांच की टीम आदमपुर पुलिस के साथ मुखबिर के बताये जगह पर पहुंच गये।
वहां पर मकान के अंदर से सट्टेबाजी लगाने की आवाज आ रही थी। क्राइम ब्रांच ने दरवाजे पर दस्तक दी तो एक व्यक्ति ने दरवाजा खोला गया। पुलिस को देखते ही वह भागने लगा। पुलिस ने अंदर जाकर देखा तो दो व्यक्ति और मौजूद थे। पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया। मकान के अंदर से सट्टेबाजी में लगायी गयी ८ लाख १० हजार नगद, आठ मोबाइल, एक टेलीविजन, सेटअफ बाक्स, ११ रजिस्टर आदि चीजे बरामद हुई। पूछताछ में तीनों ने अपना नाम नितिन पांडेय व प्रकाश निगम निवासी आदमपुर थाना क्षेत्र व गुडडू कुमार सोनकर निवासी सेंट्रल जेल शिवपुर बताया है। आरोपियों ने पुलिस को गैंग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी है जिसके आधार पर आगे बड़ी कार्रवाई हो सकती है। पत्रकार वार्ता में एसपी क्राइम ज्ञानेन्द्र प्रसाद आदि अधिकारी उपस्थित थे।
आरोपियों ने बताया कि सट्टेबाजी के लिए कोड भाषा में बुकिंग की जाती थी। हारे व जीते मैच में पैसे के लेनदेन के लिए एजेंस लगाये गये थे। सट्टा में जो पैसा जीतते थे । अपने से उपर वाले सट्टेबाजों के यहां पर लगाते थे। आरोपी अलग-अलग क्षेत्रों मजें जाते थे और वहां पर सट्टे की बुकिंग करते थे। सभी का हिसाब रजिस्टर पर लिखा जाता था। आईपीएल मैच शुरू होते ही सट्टेबाज टीवी के सामने लाइव मैच देखने लगते थे और मैच में आये उतार-चढ़ाव के आधार पर सट्टे की रकम कम व अधिक होती रहती थी। गैंग का खुलासा करने में क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह, आदमपुर थाना प्रभारी आशुतोष कुमार ओझा, क्राइम ब्रांच के प्रदीप यादव, पुनदेव सिंह, सुमंत सिंह, घनश्याम वर्मा, सुरेन्द्र मौर्या, कुलदीप आदि पुलिसकर्मी शामिल रहे।