नई दिल्ली। दैनिक उपभोग की वस्तुओं समेत विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाने वाली कंपनी आईटीसी लिमिटेड ने बृहस्पतिवार को कहा कि एकल इस्तेमाल वाले प्लास्टिक के विकल्प के लिए और अपशिष्ट को स्वचालित तरीके से अलग करने संबंधी विविध विचारों को एकत्रित करने की खातिर वह केंद्र सरकार के गैर-लाभकारी उपक्रम ‘इन्वेस्ट इंडिया’ के साथ मिलकर काम करेगी।
‘इन्वेस्ट इंडिया’ राष्ट्रीय निवेश को बढ़ावा देने और इसे सुगम बनाने के लिए केंद्र सरकार का एक उपक्रम है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस साझेदारी के तहत ‘आईटीसी पेपरबोर्ड्स ऐंड स्पेशिलिटी पेपर्स डिविजन (पीएसपीडी)’ ने आईटीसी सस्टेनेबिलिटी इनोवेशन चैलेंज शुरू किया है जिसके तहत टिकाऊ पैकेजिंग और स्मार्ट कचरा प्रबंधन समाधानों के बारे में नवोन्मेषी विचारों को समर्थन दिया जाएगा।
इसमें बताया गया कि एकल इस्तेमाल वाले प्लास्टिक के विकल्प को तलाशने और कचरे को पृथक करने की स्वचालित प्रक्रिया के लिए टिकाऊ और प्रौद्योगिकी आधारित समाधानों के लिए इस पहल में स्टार्ट अप इंडिया पोर्टल के जरिए आईटीसी पीएसपीडी ने विचार मांगे हैं।
आईटीसी पीएसपीडी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वदिराज कुलकर्णी ने कहा कि भारत में ठोस कचरा निस्तारण में प्लास्टिक और ऐसा कचरा जो जैव-अपघटनीय नहीं है उसका निस्तारण सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। इन्वेस्ट इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपक बागला ने कहा, ”आईटीसी इनोवेटिव सस्टेनेबिलिटी चैलेंज के जरिए हम अधिक टिकाऊ आर्थिक वृद्धि की दिशा में प्रयास बढ़ाने को लेकर आशावादी हैं।”