धुबड़ी/कोलकाता: तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने असम के धुबड़ी में चुनाव प्रचार शुरू करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोलते हुए भाजपा को परास्त करने का आह्वान किया. तृणमूल कांग्रेस ने पहली बार असम की नौ सीटों पर उम्मीदवार दिया है. सुश्री बनर्जी ने कहा कि चुनाव में अब चाय वाला नहीं हैं. वे केतली भूल गये हैं. चाय का भाड़ भूल गये हैं. चाय बनाना भूल गये हैं. अब चौकीदार बन गये हैं. उन्होंने कहा कि चौकीदार रोज झूठी बातें बोल रहे हैं. बोल्डली झूठ बोल रहे हैं. उन्हें बोल्ड आउट करना होगा. चौकीदार के नाम पर अब भ्रष्टाचार, दुराचार किया जा रहा है. उनमें कोई शिष्टाचार नहीं है. हमें झूठ बोलने में लज्जा आती है. उन्होंने कहा कि वे लोग सम्मान और अधिकार के साथ बचना चाहते हैं. इस कारण भाजपा को हटाना होगा.
उन्होंने कहा कि एक्सपायरी बाबू पांच वर्ष प्रधानमंत्री थे. देश को ध्वस्त किये हैं और अब फिर पांच वर्ष के लिए प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं. एनआरसी में 40 लाख लोगों का नाम काटा गया. इसमें 22 लाख हिंदू परिवार हैं. 20 लाख मुस्लिमों का नाम काटा गया है. डिटेंशन कैंप में अमानवीय ढंग से बच्चों को रखा गया है. बच्चों को कैंप में रखा गया है. ऐसे लोगों को मनुष्य कैसे कहेंगे. उन्होंने कहा कि एनआरसी की घोषणा के दो दिनों के अंदर उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की टीम को असम भेजा था, लेकिन उन्हें एयरपोर्ट से बाहर ही निकलने नहीं दिया गया. उन लोगों ने विरोध किया था, तो उनके खिलाफ भी एफआइआर किया गया था. आज वह आयी हैं, यदि हिम्मत है तो उन्हें अटकायें. जब कोई भी राजनीतिक दल ने समर्थन नहीं किया था. जब आप विपत्ति में फंसे में थे. तृणमूल कांग्रेस ने मदद की थी. उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम का तृणमूल कांग्रेस ने विरोध किया था.
यह एक और साजिश है. देश के लोगों को विदेशी बनाने की साजिश है. भाजपा ने लोगों का अधिकार छीना है. अब उन्हें सत्ता से हटाना होगा. उन्होंने कहा कि असम और बंगाल के बीच लंबे समय से संबंध रहा है. तीन चार माह पहले असम में पार्टी की शुरुआत की है. असम में तृणमूल कांग्रेस निश्चित ही जीत हासिल करेगी. असम की 14 सीटों में से 9 सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं और इस चुनाव में जीत सुनिश्चित है. उन्होंने कहा कि तणमूल को पैसा देकर नहीं खरीदा जा सकता है. भय दिखा कर डराया नहीं जा सकता है. वे लोग किसी से भयभीत नहीं होते हैं. मोदी बाबू रोज चमकाते हैं, डराते हैं. बांग्ला में चिटफंड की बात करते हैं. बंगाल में तृणमूल के शासन में चिटफंड नहीं हुआ है. असम के मंत्री चिटफंड से जुड़े हैं, क्या प्रधानमंत्री ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है. भाजपा बांग्ली हिंदू और मुस्लिम में बंटबारा कर रही है, लेकिन भाजपा की साजिश को जवाब देना होगा.