नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव परिणामों को भाजपा की नैतिक हार बताया है। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वालों के लिए ये चुनाव परिणाम बड़ा झटका हैं। हरियाणा में जनता ने सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ जनादेश दिया है और भाजपा के ‘अबकी बार 75 पार’ के नारे को नकार दिया है, वहीं महाराष्ट्र में भी भाजपा और उनके सहयोगी दलों की सीटें कम होना और कांग्रेस के प्रति विश्वास बढ़ना हमारे लिए सकारात्मक संकेत है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव परिणाम भारतीय जनता पार्टी और मोदी जी को आइना दिखाने वाले हैं कि जिस रूप में राष्ट्रवाद, धारा 370 और भावनात्मक मुद्दों सहित झूठ और भ्रम की जो राजनीति की जा रही है, जिस तरह से डर, हिंसा और अविश्वास का माहौल देश में बनाया जा रहा है उसे जनता अब समझ रही है और मुद्दा विहीन राजनीति को देश की जनता ने नकारना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वालों को यह जनता का स्पष्ट सन्देश है जैसा कि मैं लगातार कहता हूँ, कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वाले खुद मुक्त हो जाएंगे लेकिन कांग्रेस कभी भारत से मुक्त नहीं होने वाली।” उन्होंने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी जी लगातार कहते हैं कि प्रधानमंत्री लोगों का ध्यान जमीनी मुद्दों से दूर ले जाते हैं। जो आमजन के मुद्दे हैं उसके बारे में एक शब्द नहीं बोलते। उन्होंने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर और नोटबंदी ने छोटे और मझौले उद्यमियों, किसानों, मजदूरों और गरीब लोगों की कमर तोड़ दी है, बेरोजगारी की समस्या देश में लगातार बनी हुई है। लेकिन सरकार की इस ज्वलंत मुद्दे को लेकर कोई गंभीरता नहीं है। कांग्रेस पार्टी जमीनी बात करेगी, आम जनके मुद्दों की बात करेगी, विकास की बात करेगी और हमें पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में जनता उसे समझेगी।
अशोक गहलोत: हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव परिणामों को भाजपा की नैतिक हार बताया
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