श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पी.डी.पी.) ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एक चुनावी रैली में इस्लाम में श्रद्धेय हजरत अली (आर.ए.) के बारे में की गई टिप्पणी के लिए ‘बिना शर्त माफी’ की मांग की। पार्टी ने अन्य लोगों से राजनीतिक लाभ के लिए देश में धर्म और धार्मिक व्यक्तित्व का इस्तेमाल बंद करने का आग्रह किया है। योगी ने हाल ही में मुस्लिम नेताओं के साथ कांग्रेस नेता कमलनाथ की बैठक से संबंधित वीडियो लीक होने के बाद उन पर निशाना साधा। वीडियो में कमलनाथ को मुस्लिम समुदाय का 90 फीसदी मतदान सुनिश्चित कराने के लिए कहते हुए देखा जा सकता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भोपाल में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि मैं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ के बयान को पढ़ रहा था। उन्होंने कहा कि उन्हें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के वोट नहीं चाहिए। उन्हें केवल मुस्लिम वोट की आवश्यकता है। आप अपने अली (आर.ए.) को अपने पास रखिये, हमारे लिए बजरंग बली ही काफी हैं ।
पी.डी.पी. के वरिष्ठ नेता नईम अख्तर ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद (एस.ए.डब्लु) के दामाद हजरत अली (आर.ए.) इस्लाम के अग्रणियों में से एक हैं और उनका नाम चुनावी भाषण में घसीटना ‘निंदनीय’ है । अख्तर ने बयान जारी कर कहा कि भाजपा नेतृत्व एवं योगी आदित्यनाथ को उस भाषण के लिए निश्चित रूप से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए जिसमें राजनीतिक लाभ के लिए हजरत अली (आर.ए.) का नाम लिया गया था। उन्होंने कहा कि बड़ी राजनीतिक पार्टियां शासन और विकास की बात करने के बजाय अपने भाषणों से यह बताने की कोशिश करते हैं मुस्लिम ही एकमात्र समस्या है जिसका देश सामना कर रहा है। पी.डी.पी. नेता ने कहा कि राजनीतिक परिदृश्य में देश के 20 करोड़ मुसलमानो की उपेक्षा नहीं की जा सकती है। मुस्लिमों ने इस देश के लिए अपना खून बहाया है और वह देश की संपदा हैं।