नई दिल्ली: वरिष्ठ कांग्रेस नेतापी चिदंबरम ने बैंकरों को ‘अविवेकपूर्ण तरीके से निशाना’ बनाने के लिए रविवार को सीबीआई (CBI) पर निशाना साधते हुए कहा कि जांच एजेंसी को इस कार्रवाई के लिए केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली से ‘असल प्रमाणपत्र’ मिल गया है, जिन्होंने इस कार्रवाई की निंदा की थी. पूर्व वित्त और गृह मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें खुशी है कि जेटली की अंतरात्मा और विधिक कुशाग्रता में आखिरकार हलचल हुई और उन्होंने उन मामलों में ‘प्रमुख बैंकरों को अविवेकपूर्ण तरीके से निशाना बनाने’ की आलोचना की जहां आरोप हजारों करोड़ रुपयों के हैं. उन्होंने कहा, ‘सीबीआई को असल प्रमाण-पत्र उस शख्स से मिल रहा है जो ऐसी जगह पर है जहां से सबकुछ दिखता हैं, वित्त मंत्री (छुट्टी पर): ‘दुस्साहस और बड़ाई की भूख’ जांचकर्ताओं पर हावी हो गई है!’
चिदंबरम ने एयरसेल-मैक्सिस मामले के परोक्ष संदर्भ में कहा कि जब ऐसे मामलों में जहां आरोप बेहद छोटी राशि के बारे थे वहां विशिष्ट आईएएस अधिकारियों और अन्य को ‘अविवेकपूर्ण तरीके से निशाने पर लिये जाने’ के दौरान सरकार झपकी ले रही थी. इस मामले में चिदंबरम का नाम भी आरोपियों के तौर पर शामिल है. चिदंबरम ने कहा, ‘वित्त मंत्री ने पूछा है, ‘इससे हम क्या उद्देश्य पूरा कर रहे हैं या वास्तव में नुकसान पहुंचा रहे हैं?’ उन्हें जवाब पता है. वजह न्याय है.’ सीबीआई आईएनएक्स मीडिया मामले में वित्त मंत्री के तौर पर चिदंबरम की कथित भूमिका की जांच कर रही है और पिछले महीने केंद्र सरकार से उन पर मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी थी. जेटली ने चंदा कोचर से जुड़े आईसीआईसीआई-वीडियोकॉन कर्ज मामले में कथित धोखाधड़ी और जालसाजी के संबंध में सीबीआई द्वारा के वी कामथ जैसे प्रमुख बैंकरों से पूछताछ की सीबीआई की योजना की आलोचना की है.