नई दिल्ली : राफेल मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आक्रामक रुख अख्तियार किए हुए हैं. लोकसभा में चर्चा में भाग लेने के बाद शुक्रवार को राहुल गांधी ने एक बार फिर से अपने सवाल दोहराए और मोदी सरकार पर ताजा हमला किया. शुक्रवार को पहले कांग्रेस के नेताओं ने फिर नए सिरे से जेपीसी की मांग की, तो वहीं राहुल गांधी ने एक बार फिर से अपने सवाल दोहराए और अरुण जेटली पर गाली देने का आरोप भी लगाया. राहुल गांधी ने कहा कि आज सरकार की तरफ से रक्षा मंत्री अपनी बात पेश करेंगी. ऐसे में मैं एक बार फिर से अपने सवाल उनके साथ विनम्रता से रखता हूं. जिनका जवाब देने से सरकार अब तक बच रही है. राहुल गांधी ने कहा कि अरुण जेटली ने लंबा भाषण दिया, मुझे गाली दी, मगर मेरे सवालों का जवाब नहीं दिया.
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूछा कि क्या कारण है कि अनिल अंबानी को ही कॉन्ट्रैक्ट दिया गया. अरुण जेटली जी ने लंबा चौड़ा भाषण दिया लेकिन मेरी बात का जवाब नहीं दिया बल्कि मुझे गाली दी. राहुल गांधी ने कहा कि सामने आ रहा है कि रक्षामंत्री को इस डील पर आपत्ति थी. तो ऐसा क्या कारण था कि उनकी आपत्तियों को अनदेखा किया गया और 36 राफेल विमानों को खरीद किया गया. उन्होंने पूछा कि सरकार को बताना पड़ेगा कि किन हालातों में 526 करोड़ रुपये की कीमत के विमान 1600 करोड़ रुपये में खरीदे गए.
पीएम मोदी को लोकसभा में बहस की चुनौती देने वाले राहुल ने कहा कि पीएम मोदी गुरुवार को संसद से भाग गए. वहीं इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राफेल घोटाला पर पर्दा डालने की पीएम ने भरपूर कोशिश की है. चुनाव के दौरान ये जवालामुखी की तरह घोटाला फटेगा. सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने गलत हलफनामा दिया. जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने ग़लत फैसला दिया. राफेल मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि जो सरकार कोर्ट में गलत ऐफिडेविट देती हो ऐसी सरकार को तो सुप्रीम कोर्ट को डिसमिस कर देना चाहिए.
- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से पूछा कि क्या कारण है कि अनिल अंबानी को ही कॉन्ट्रैक्ट दिया गया. जबकि आपके पास हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल जैसे विकल्प थे. अरुण जेटली जी ने लंबा चौड़ा भाषण दिया लेकिन मेरी बात का जवाब नहीं दिया बल्कि मुझे गाली दी.
- राहुल गांधी ने पूछा कि बात सामने आ रही है कि रक्षा मंत्रालय को इस डील पर आपत्ति थी. बावजूद इसके यह डील की गई. कांग्रेस अध्यक्ष ने पूछा ऐसा क्या कारण था कि उनकी आपत्तियों को अनदेखा किया गया और 36 राफेल विमानों को खरीद किया गया. अगर आपत्ति थी तो किस तरह की आपत्ति थी और उन आपत्तियों के निस्तारण के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए.
- सरकार को बताना पड़ेगा कि किन हालातों में 526 करोड़ रुपये की कीमत के विमान 1600 करोड़ रुपये में खरीदे गए.
- वो कौन सी जानकारी है जिसके बारे में मनोहर परिर्कर को पता है और जिसे जनता के सामने आने से रोका जा रहा है.
- क्या इस डील में सरकार ने एयरफोर्स की सलाह ली थी.