अयोध्या। श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी ने प्रेसवार्ता में कहा कि भगवान राम की कृपा से अयोध्या में भगवान राम मंदिर का काम तेजी से बढ़ रहा है। नियत काल में मंदिर का कार्य पूर्ण होगा। निर्माण कार्य की गति में अवरोध उत्पन्न करने की घटना 15-20 दिनों में घटी। इसमें कुछ राजनीतिक और कुछ कथाकथि धर्माचार्य भी हैं जिन्होंने आरोप लगाया कि भगवान श्री राम की मंदिर के निर्माण में कुछ कानूनी अनियमितताएं है जिसे आप लोग घोटाला कहते हैं।
पिछले 3 दिनों से आकर लगातार अब तक इसी बात की खोजबीन करता रहा। अपने साथ वकीलों को लेकर आया और सारे न्यासी बंधु भी आए। भूमि संपादन का कार्य किया किया गया उसमें किसी प्रकार की अनियमितता नहीं बरती गई है। हम जो मंदिर दुनिया के सामने खड़ा करना चाहते हैं वह निश्चित रूप से दुनिया में सबसे बड़ा स्थान होगा।
मंदिर के आसपास परकोटे के निर्माण के लिए हमारे पास भूमि नही थी। भूमि संपादन के कार्य में भ्रष्टाचार और घोटाले जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया। आरोप लगाया गया लिहाजा इस पर प्रकाश डालना अनिवार्य था। जो भी भूमि खरीद की गई पूरे विधि-विधान और और कानून के अनुसार किया गया है।जो कुछ भी भूमि ग्रहण किया गया है वह सब आज के अयोध्या के बाजार भाव से इतने में अथवा उससे कम में ही लिया गया है।
इसलिए यह जो लोगों को भ्रमित करने का प्रयास किया गया उसमें एक ही दिखता है यह लोगों की मंशा भगवान राम के मंदिर निर्माण के कार्य में बाधा डालने की है। इसलिए ध्यान रखिएगा कि यह सारा कार्य वैधानिक रूप से किया गया है। इसमें किसी प्रकार का किसी से भी व्यवहार नहीं किया गया है कहीं पर भी कानून की मर्यादा को धूमिल नहीं किया गया है।
जिन लोगों ने ऐसा आरोप लगाया है तूल देकर के पूरे देश में एक भ्रम निर्माण करने का प्रयास किया है। मैं अपनी ओर से आग्रह और अनुरोध करता हूं राम भक्तों की वाणी से बोलना है तो वह विरोधी भी है। रामकोट के भीतर इस से कम में कहीं पर भी कोई जमीन नहीं मिल सकती। मैं सारे राम भक्तों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जिस विश्वास से यह कार्य हम लोगों को सौंपा गया है उस विश्वास को हम सार्थक करके रहेंगे।
आगे भी हम इससे सतर्क रहेंगे क्योंकि सावधानी में शिथिलता हम लोगों को भी नहीं करनी है। लोगों को भी गर्व होगा कि मंदिर का निर्माण कैसे किया गया। उनकी मानसिकता भ्रामक प्रचार करने की है।इन लोगों के मन में राजनैतिक भावनाएं हैं ।हम इस प्रकार की बातों को सफल नहीं होने देंगे। मंदिर निर्माण करना है जो अपार गति से चलता रहेगा।
इस मामले का मीडिया ट्रायल नहीं करना चाहते है जब कोई व्यक्ति हमसे इसके बारे में पूछेगा तो हम पूरे प्रमाण के साथ उसको बताएंगे। जिन लोगों के मन में राजनीतिक उद्देश्य है उन लोगों का विश्वास आप लोग मत कीजिएगा। हम पर विश्वास कीजिएगा हम समय से भगवान राम के मंदिर का निर्माम करेंगे। मिडिया के सवालों पर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष ने कहा कि अगर हमारी न्यास मंडली कहेगी तो हम इन पर केस करेंगे।