इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश के दौरे पर आए अमेरिकी कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल से सोमवार को कहा कि कश्मीर में स्थिति को देखते हुए भारत के साथ वार्ता करने का सवाल ही नहीं है। खबर दी है कि खान ने अमेरिकी सीनेटर क्रिस वान होलेन और मैगी हसन के साथ बातचीत में कहा कि भारत के साथ कोई वार्ता नहीं होगी। दोनों सीनेटर ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की रविवार को यात्रा करने के बाद अपने अनुभव प्रधानमंत्री के साथ साझा किए। इमरान खान ने कहा कि वह भारत-पाकिस्तान वार्ता के सबसे बड़े समर्थक थे लेकिन कश्मीर में जब तक स्थिति बेहतर नहीं होती यह असंभव है। भारत ने पाकिस्तान को बताया है कि जब तक वह सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देता रहेगा नई दिल्ली, इस्लामाबाद के साथ वार्ता नहीं करेगा। खबर में बताया गया कि कश्मीर में मानवाधिकार को लेकर चिंता जताने वाले अमेरिकी सीनेटरों में होलेन भी शामिल हैं। इमरान खान ने सोमवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कश्मीरी लोगों के अधिकारों के लिए अपनी आवाज उठानी चाहिए। उन्होंने होलेन और हासन से मुलाकात के दौरान ये टिप्पणी की। दोनों सीनेटरों ने प्रधानमंत्री से इस्लामाबाद में मुलाकात की खान ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह जम्मू कश्मीर के लोगों के अधिकारों और स्वतंत्रता के सम्मान के लिए अपनी आवाज बुलंद करे।’
साथ ही इमरान खान ने कहा कि क्षेत्र में अशांत स्थिति है। इस विषय पर ध्यान देने के लिए उन्होंने दोनों सीनेटरों सहित अमेरिकी संसद की भी सराहना की। खान ने उल्लेख किया कि अफगानिस्तान में अमन-चैन लाने में पाकिस्तान और अमेरिका का साझा हित है। खान ने अफगानिस्तान में सियासी समाधान के लिए पाकिस्तान की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि अमेरिका-तालिबान शांति वार्ता को बहाल करना जरूरी है। दोनों अमेरिकी सीनेटरों ने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से भी मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।