नई दिल्ली: बिहार एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर लंबे समय से चल रही खींचतान आज खत्म हो सकती है. दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के घर पर रविवार को एनडीए की बैठक होनी है. जहां सहयोगी दल जेडीयू के मुखिया नीतीश कुमार, एलजेपी के रामविलास पासवान और चिराग पासवान इस बैठक में होंगे, जहां सीट बंटवारे पर आखिरी दौर की बातचीत होगी. इसके बाद रविवार को ही सीट बंटवारे का एलान हो सकता है. बीजेपी और जेडीयू के बीच पहले ही 17-17 सीटों की साझेदारी हो चुकी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बार भाजपा लोक जनशक्ति पार्टी के हिस्से से एक सीट लेकर 18 पर चुनाव लड़ेगी, वहीं जदयू के हिस्से में 17 सीटें आएंगी. राम विलास पासवान की पार्टी को बिहार में पांच सीटें, एक सीट यूपी में और एक राज्यसभा की सीट देकर अमित शाह खुश कर सकते हैं. पिछली बाहर एलजेपी ने सात सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से छह सीटों पर जीत हासिल की थी.
बता दें, पिछले लोकसभा चुनाव की तरह इस बार भी सात सीटों की मांग पर अड़ी लोक जनशक्ति पार्टी ने बिहार में राजग के बीच सीट बंटवारे को आगामी 31 दिसंबर तक अंतिम रूप दिए जाने की मांग की थी. सांसद चिराग पासवान ने ट्वीट करके भाजपा और एनडीए पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था, ‘टीडीपी व रालोसपा के एनडीए गठबंधन से जाने के बाद एनडीए गठबंधन नाजुक मोड़ से गुजर रहा है. ऐसे समय में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन में फिलहाल बचे हुए साथियों की चिंताओं को समय रहते सम्मान पूर्वक तरीके से दूर किया जाए.’ साथ ही उन्होंने कहा था, ‘गठबंधन की सीटों को लेकर कई बार भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से मुलाकात हुई परंतु अभी तक कुछ ठोस बात आगे नहीं बढ़ पायी है. इस विषय पर समय रहते बात नहीं बनी तो इससे नुकसान भी हो सकता है’.
वहीं लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष और बिहार की राजग सरकार में मंत्री पशुपति कुमार पारस ने चिराग के ट्वीट को सही और पार्टी की भावना के अनुकूल बताते हुए कहा कि राजग में सीट बंटवारे में काफी विलंब हो रहा है. उन्होंने आरोप लगाया था कि राजग में सबसे बडी पार्टी इसका नेतृत्व कर रही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को सभी दलों को साथ बिठाकर सीटों का बंटवारा करना चाहिए था पर ऐसा उन्होंने नहीं किया.पारस ने आरोप लगाया था कि दो दल (जदयू और भाजपा) ने मिलकर बिहार की लोकसभा सीटों का आधा-आधा बंटवारा कर लिया और लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पूछा भी नहीं. यह परंपरा गलत है. फिर भी हमारी मांग है कि 31 दिसंबर के पहले हमारी सात सीटों की जो मांग है वह हमें मिले. उससे कम पर हम चुनाव नहीं लडेंगे.
अमित शाह के घर होगी एनडीए की बैठक, सीटों का हो सकता है एलान
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