नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि अमरनाथ यात्रियों पर आतंकवादी हमले की जम्मू-कश्मीर के सभी वर्गों के लोगों ने एक स्वर में कड़ी निंदा की है जिससे पता चलता है कि राज्य में ‘कश्मीरीयत अभी भी जिंदा है।’ उन्हाेंने कहा, अमरनाथ यात्रियों पर हमला आतंक की कायराना हरकत है। यह अच्छी बात है कि आतंकवाद के खिलाफ समूचा देश एकजुट है। सिंह ने आज अपने आवास पर उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें हमले के बाद उत्पन्न स्थिति के सभी पहलुओं की समीक्षा की गई। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, खुफिया एजेन्सियों के प्रमुखों और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लगभग सवा घंटे तक चली इस बैठक में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए 5 मुख्य बिंदुओं पर बड़े निर्णय लिए गए।
जानें क्या हैं वह अहम पहलूः-
1) आतंकियों के ख़िलाफ़ जॉइंट ऑप्रेशन:- बताया जा रहा है कि बैठक में आतंकियों के ख़िलाफ़ जॉइंट ऑप्रेशन करके उनको खत्म करने का निर्णय लिया गया है।
2) गाड़ियाें और यात्रियाें पर कड़ी नजर:- किसी भी अनरजिस्टर्ड गाड़ी और तीर्थयात्रियों पर यात्रा करने से पहले व बाद में कड़ी नजर रखी जाए। उनके सुरक्षा घेरे से बाहर जाकर खरीदारी और साइट सीइंग पर अहम ध्यान दिया जाए।
3) ड्रोन से निगरानी करने के निर्देश:- गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक CRPF की रोज़ाना जाने वाली अमरनाथ यात्रा की convy व्यवस्था को और सुदृढ़ करने तथा अलग-अलग जगहों पर ड्रोन से और ज्यादा निगरानी करने के निर्देश दिए गए है। सीआरपीएफ डीजी आर आर भटनागर कश्मीर में जाकर बालटाल और पहलगाम के रूट की सुरक्षा को और पुख्ता करके ग्राउंड रिपोर्ट गृहमंत्री राजनाथ सिंह को सौंपेंगे।
4) जम्मू-कश्मीर जाएंगे गृह राज्यमंत्री:- राजनाथ सिंह ने गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर को भी जम्मू-कश्मीर जाने के लिए कहा है। वह दाेपहर 3ः00 बजे गृह दिल्ली से कश्मीर के लिए रवाना होंगे। वहां पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, राज्यपाल, और सुरक्षाबलों के साथ बैठक करेंगे।
5) इंटेलीजेंस इनपुट हाेंगी और मजबूत:- गृह मंत्रालय ने रियल टाइम एक्शन के लिए इंटेलीजेंस इनपुट को और मजबूत करने को कहा है। साथ ही आतंकियों के मूवमेंट की रियल टाइम जानकारी शेयर करने को लेकर भी बात हुई।