शिमला: कांग्रेस के चारों प्रत्याशी घोषित होने के बाद भी सूबे में प्रचार की कमान संभालने वाले पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अभी तक हिमाचल नहीं लौटे हैं। पंडित सुखराम को लेकर वीरभद्र सिंह के बयान के बाद सभी की निगाहें उन पर टिकी हैं। खासकर मंडी में सुखराम के पोते आश्रय शर्मा के लिए प्रचार करने को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। इसी बीच आश्रय के ससुर और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक राजीव गंभीर ने वीरभद्र सिंह से दिल्ली में मुलाकात की है।
सूत्रों की मानें तो उन्होंने वीरभद्र से विक्रमादित्य के साथ मंडी में प्रचार के लिए समय देने के लिए कहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्रय के लिए प्रचार करने की बात कही है लेकिन मंडी संसदीय क्षेत्र के जनरल हाउस में आने पर असमर्थता जताई। हालांकि, विक्रमादित्य सिंह आज मंडी की बैठक में जा रहे हैं। इसकी उन्होंने खुद पुष्टि की है। गौरतलब है कि बीते दिनों विक्रमादित्य ने मंडी संसदीय क्षेत्र के जनरल हाउस में वीरभद्र सिंह को नहीं बुलाने पर सवाल उठाए थे। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें निमंत्रण दिया है। मंडी संसदीय क्षेत्र को लेकर हो रही कांग्रेस की इस अहम बैठक में वीरभद्र सिंह के दूरी बनाए जाने पर अभी से कई अटकलें लगाई जा रही हैं।
इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल, सह प्रभारी गुरकीरत सिंह, प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, संसदीय क्षेत्र के प्रभारी राजीव गंभीर सहित पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, सभी मोर्चों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी भाग लेंगे। मंडी संसदीय क्षेत्र के मुख्य मिडिया प्रभारी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव वीरेंद्र सूद ने कहा कि पर्यवेक्षक राजीव गंभीर ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व विक्रमादित्य सिंह से मुलाकात की है। दोनों ने उनसे कहा है कि वह जल्द ही कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा ने लिए प्रचार शुरू करेंगे। राजीव गंभीर कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा के ससुर हैं। वह आश्रय का टिकट तय होने के बाद से मंडी में डटे हैं। उन्हें कांग्रेस पार्टी ने मंडी संसदीय क्षेत्र का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। मंडी पहुंचने के बाद वह लगातार पार्टी नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं और वर्करों से सीधे संपर्क बनाए हुए हैं।