श्रीनगर। पुलवामा मुठभेड़ में अबु दुजाना सहित दो आतंकियों के मारे जाने व उसके बाद भड़की हिसा में एक प्रदर्शनकारी की मौत के विरोध में बुधवार को अलगाववादियों के बंद व प्रशासनिक पाबंदियों के चलते कश्मीर में सामान्य जनजीवन ठप रहा। इस दौरान कुछ इलाकों में प्रदर्शनकारियों व पुलिस के बीच हिसक झड़पें भी हुईं।
इस बीच गत रोज हकरीपोरा में हिसक झड़पों में घायल एक प्रदर्शनकारी अकील की अस्पताल में मौत हो जाने से पुलवामा और उसके साथ सटे इलाकों में फिर राष्ट्रविरोधी तत्वों ने हिसक प्रदर्शन शुरू कर दिए।
पुलवामा में हिसक प्रदर्शनकारियों ने सीआरपीएफ शिविर पर भी हमला करते हुए पथराव किया।
स्थिति पर काबू पाने के लिए सुरक्षा बलों को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान 12 लोग जख्मी हो गए। अकील की मौत के साथ ही वादी में दो दिन में मरने वालों की संख्या दो हो गई है।
बंद का असर सुबह से ही पूरी वादी में नजर आया।
प्रशासन ने भी एहतियात के तौर पर श्रीनगर के पांच थाना क्षेत्रों के साथ अनंतनाग, पुलवामा, त्राल के कई हिस्सों में निषेधाज्ञा लागू करने के अलावा सभी संवेदनशील इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस व अर्धसैनिकबलों के जवान तैनात किए थे।
सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के साथ शिक्षण संस्थान बंद रहे। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और श्रीनगर को वादी के प्रमुख कस्बों से जोड़ने वाली सड़कों पर भी वाहनों की आवाजाही बहुत कम रही।