बहराइच। बीते दो पखवारे से बढ़ी गर्मी से जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। दिन में दस बजते ही आकाश से अंगारे बरसना शुरू हो जाते हैं। अधिकांश लोगों का मानना है कि अगर अभी से गर्मी का यह आलम है तो फि मई और जून कैसा होगा। इन दिनों हालात यह हैं कि दिन के 10 बजे से लेकर शाम के 3 बजे तक घर से निकलना दूभर हो जा रहा है। विगत वर्षों में औसत से कम बारिश होने के चलते मौसम डिस्टर्वेश का शुरू हुआ सिलसिला बदस्तूर जारी है। पहले ठंडी का कम होना और अब समय से पूर्व गर्मी का पड़ना प्रकृति के तालमेल में कमी का संकेत दे रहे हैं । वैसे तो सूर्यदेव ने मार्च माह से ही आंखे तरेरनी शुरू कर दी थी।
लेकिन अप्रैल में तो मौसम इनता गरम हो गया जितना मई जून में गरमाता था। वहीं तेज धूप के साथ चल रही धूल भरी हवाओं जले पर नमक छिड़क रही हैं। दिन तो दिन रातें भी गर्माने लगी हैं। रविवार को दोपहर के 12 बजे अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियश रहा। जबकि न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियश के आसपास रहा । भीषण गर्मी के चलते मच्छरों का आतंक बढ़ गया है। जिसके कारण रात को नींद भी नहीं पड़ रही है। सबसे ज्यादा परेशानी नौकरीपेशा लोगों तथा स्कूल जाने वाले बच्चों और कामकाजी महिलाओं को हो रही है।