लखनऊ / खरगौन : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश दौरे पर एक बार फिर से पीएम नरेंद्र मोदी के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया. कांग्रेस अध्यक्ष ने मंगलवार को खरगौन में एक रैली के दौरान बीजेपी के चुनावी नारों पर जमकर निशाना साधा. राहुल ने कहा कि पहले पीएम नारा लगाते थे ‘अच्छे दिन’ और जनता कहती थी कि ‘आएंगे’. इसके बाद ये नारा ‘सूट, बूट की सरकार’ में बदल गया. फिर ये नारा ‘सूट, बूट और झूठ की सरकार’ हो गया. और अब नया नारा है ‘सूट, बूट, झूठ और लूट की सरकार’ राहुल गांधी ने रैली के दौरान जनता को संबोधित करते हुए कहा कि इंदौर किसी भी मामले में मुंबई से कम नहीं है. अगर आप अमेरिका जाएं और लोगों से भारत के 4-5 शहरों के नाम पूछें तो, वे बैंग्लुरु, हैदराबाद, दिल्ली और मुंबई बताएंगे. लेकिन इंदौर नहीं. उन्होंने कहा कि 5 साल बाद आप अमेरिका जाएंगे तो, इंदौर का नाम भी उस लिस्ट में जुड़ जाएगा. राहुल ने कहा कि कांग्रेस इस काम को कर के दिखाएगी. भोपाल के लिए भी कांग्रेस ऐसे ही प्रयास करेगी.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश दौरे के दूसरे दिन राहुल गांधी ने अपने उस बयान को लेकर सफाई भी दी थी जिसमें उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान और उनके बेटे कार्तिकेय पर पनामा पेपर्स के मामले में निशाना साधा था. एक जन सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने सफाई देते हुए कहा कि ‘बीजेपी में इतना भ्रष्टाचार है कि मैं कन्फ्यूज हो गया था. मध्य प्रदेश के सीएम ने पनामा नहीं बल्कि उन्होंने तो व्यापमं और ई-टेंडरिंग घोटाला किया है.’ राहुल गांधी पर मानहानि
बता दें इससे पहले राहुल गांधी के बयान पर मध्य प्रदेश सीएम शिवराज सिंह चौहान और उनके बेटे इस मामले पर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. यहां तक कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तो राहुल गांधी पर मानहानि का मुकदमा करने की बात भी कही है. सीएम शिवराज ने ट्वीट के जरिए राहुल गांधी पर मानहानि का मुकदमा करने की बात कही है. वहीं उनके साथ ही उनके बेटे कार्तिकेय ने भी राहुल गांधी से दो दिन के भीतर अपने शब्द वापस लेने की बात कही है.
राहुल गांधी ने इंदौर में अपने चुनावी दौरे में पनामा पेपर और व्यापमं घोटाले की बात करते हुए कहा था कि ‘कुछ धनी लोगों के काले धन को सफेद करने के लिए ही 2016 में नोटबंदी की गई थी. एक मुख्यमंत्री ‘मामाजी’ के बेटे का नाम भी पनामा पेपर्स में आया था, लेकिन उनके खिलाफ आज तक कोई कार्यवाई नहीं की गई. नवाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का नाम निकलता है तो पाकिस्तान जैसा देश उन्हें जेल में डाल देता है, लेकिन जब यहां के मुख्यमंत्री के बेटे का नाम पनामा पेपर्स में निकला तो कोई कार्यवाई नहीं की गई.वहीं राहुल गांधी के बयान को निशाने पर लेते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि ‘राहुल गांधी जी ने आज सार्वजनिक सभा में मुझ पर पनामा पेपर्स में संलिप्त होने का बेबुनियाद आरोप लगाया है. मैं उनके इस बयान से काफी व्यथित हूं, उनसे उम्र में काफी छोटा हूं, पर ऐसी गैर-जिम्मेदाराना बात बोल कर मेरी और मेरे परिवार की छवि को खंडित करने का यह प्रयास बचपने की आड़ में एक सोची समझी साजिश लगती है. राहुल गांधी ने कहा है कि मेरे बेटे कार्तिकेय का नाम पनामा पेपर्स में आया है यह कहकर उन्होंने सारी हदें पार कर दी हैं.’