अशाेक यादव, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अगर सूबे में सपा की सरकार बनती है तो यूपी के सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह सपा के घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा। वर्ष 2005 से पूर्व कर्मचारियों को मिलने वाली पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाएगी। अखिलेश ने कहा कि भाजपा परिवारवाद का आरोप लगाती है लेकिन कम से कम हमारे परिवार को तो ले रही है। परसेप्शन की लड़ाई में भाजपा हार गई है। हम आगे हैं। आउटसोर्स अच्छी प्रथा नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी पार्टी जो कहती है वो करती है, आपको कथनी और करनी में कहीं भेदभाव नजर नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में नेता जी ने यश भारती सम्मान दिया था, उसे फिर शुरू करेंगे। नगर भारती सम्मान भी देंगे। उम्र दराज कर्मचारियों के सपोर्ट और सोशल सिक्योरिटी के लिए पुरानी पेंशन बहाली की जाएगी।
इससे पहेल सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा कि आजमगढ़ की जनता से अनुमति लेकर ही चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने बात को साफ करते हुए कहा कि आजमगढ़ की जनता से अनुमति इसलिए लेनी पड़ेगी क्योंकि वहां के लोगों ने उन्हें चुनाव जिताया है। अखिलेश यादव ने कभी भी विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा है। अगर वह मैदान में उतरेंगे तो यह उनका पहला विधानसभा चुनाव होगा।