अशाेक यादव, लखनऊ। लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में राजनीतिक हलचल अभी भी तेज है। यही वजह है कि देश की तमाम राजनीतिक पार्टियां पीड़ित परिजनों से मिलने जा रही हैं। शिरोमणि अकाली दल का 5 सदस्य प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार सुबह करीब 9:30 बजे लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पहुंचा।
एयरपोर्ट से निकलने के बाद बलविंदर सिंह भुन्दर, हरसिमरत कौर बादल, प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बिक्रम सिंह मजीठिया, बीबी जागीर कौर लखीमपुर के लिए रवाना हो गए। इस दौरान हरसिमरत कौर बादल ने सरकार से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के मंत्री पद के इस्तीफे की मांग की है।
उन्होंने मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। हरसिमरत ने कहा कि पिछले करीब 1 साल से देशभर का किसान आंदोलन कर रहा है। यह जो तीन काले कानून बिना किसी किसानी संगठन के बात किए किसानों के ऊपर थोपे गए हैं। जिससे देश के किसानों को डर है कि उनकी जमीन, उनका अनाज और उनके बच्चों का भविष्य सब पूंजीपतियों के हाथ में आ जाएगा।
लगातार सरकार से मांग है कि यह तीनों कृषि कानून वापस लिए जाएं और हमारे साथ सलाह मशवरा करके ऐसी कानून लाए जो किसानों के हित में हो। लेकिन अफसोस इस बात का है कि सरकार ने अभी तक किसानों की एक भी नहीं सुनी है।
साल भर से सरकार उनकी आवाज कुचल रही है अब तो सरेआम किसानों को ही कुचलने में आ है। चाहे हम देखें कि हरियाणा में किस तरह से किसानों के ऊपर लाठी बरसाई जा रही हैं। दिल्ली के बॉर्डर पर कैसा व्यवहार हो रहा है कुछ दिन पहले राजस्थान में लाठियां खाई। यहां तो मंत्री के बेटे ने ही किसानों को अपनी गाड़ी से कुचल दिया।
मंत्री भरी सभा में किसानों को सबक सिखाने की बात कहता है सारी वीडियो सामने आ गई है। अफसोस इस बात का है कि 5 दिन बीत जाने के बाद भी न ही मंत्री को बर्खास्त किया गया और न ही मंत्री के बेटे को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उसको अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है। हमारी मांग है कि दोषी आशीष मिश्रा को गिरफ्तार किया जाए साथ ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए।