पटना: पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को लोजपा प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान द्वारा अंगूठा छाप कहने के बाद से राजनीति गरमाते जा रही है. रामविलास पासवान के बयान से नाराज रामविलास की बेटी आशा पासवान ने अपने पिता के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए धरने पर बैठ गयी है. आशा पासवान राबड़ी देवी पी दिये गये बयान के विरोध में गर्दनीबाग में धरना पर बैठ गयी हैं. आशा पासवान ने साफ तौर पर कहा है कि पापा ने राबड़ी देवी के लेकर जो बयान दिया है उस पर उन्हें माफी मांगना चाहिए. ऐसा बयान महिलाओं को अपमानित करने वाला है. इससे पहले बेटी आशा पासवान ने पिता द्वारा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता राबड़ी देवी पर की गयी टिप्पणी को लेकर विरोध जताते हुए माफी की मांग की थी.
आशा ने चेतावनी दिया था कि अगर उनके पिता इसके लिए माफी नहीं मांगते तो महिलाओं के साथ वे पटना स्थित लोजपा के प्रदेश मुख्यालय के समक्ष धरना पर बैठेंगी. हालांकि, फिलहाल आशा पासवान गर्दनीबाग में धरना पर बैठी है. आशा पासवान के साथ आरजेडी की महिला विंग भी धरना पर बैठी हैं. गौरतलब हो कि रामविलास पासवान ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राजग नीत केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के लोगों को 10 फीसदी आरक्षण का विरोध करने को लेकर राजद पर निशाना साधा था. पासवान ने बिना नाम लिये कहा था कि- वे (राजद) सिर्फ नारेबाजी करते हैं और एक अंगूठा छाप को मुख्यमंत्री बनाते हैं. 1997 में राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने चारा घोटाला के मामले में गिरफ्तारी का सामना करने पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाया था, जिन्होंने कम औपचारिक शिक्षा प्राप्त की है.