इटावा। तेज धूप व भीषण गर्मी में पेयजल का संकट बढ़ गया है। जल स्तर नीचे जाने से षहर व कस्बों की पेयजल सप्लाई पर असर पड़ा है। दूसरी तरफ नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन द्वारा राहगीरों को शीतल पेयजल उपलब्ध कराने को नगर में जगह-जगह वाटर कूलर लगवाये गए थे जिससे गर्मी के मौसम में लोगों ने राहत की सांस ली थी। अब ये वाटर कूलर लोहे की बाडी होने के कारण सड़ गये हैं। जिससे राहगीरों को पानी के लिए भटकना पड़ता है। पूर्व में सड़क के किनारे व गलियों में जगह-जगह सरकारी नल व हैण्डपम्प लगे मिल जाते थे जिससे प्यास लगने पर लोग पानी पीकर प्यास बुझाते थे। अब सार्वजनिक सरकारी नल व हैण्डपम्प समाप्त हो गये हैं। अलवत्ता कहीं-कहीं खराब हैण्डपम्प ठूंठ की तरह दिखाई दे जाते हैं। कई दषकों पूर्व कुंए सहारा थे। जिनका अस्तित्व ही मिट चुका है। अब प्याऊ लगवाने की तरफ भी लोगों की दिलचस्पी नहीं रही है। पानी के लिए लोगों केा जेब खाली करनी पड़ती है। ऐसी स्थिति में राह चलते लोगों के सामने पेयजल का संकट है। बताया जाता है कि नगर पालिका द्वारा वाटर कूलर तो लगवाए गये लेकिन उनका रख रखाव नहीं हुआ जिससे उनकी बाॅडी खराब हो गयी।
शहर के वाटर कूलर खराब होने से राहगीरों के लिए पेयजल संकट
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