ब्रेकिंग:

“वी लव साइंस” कैंपेन

राहुल यादव, भोपाल । विज्ञान को जन – जन तक पहुंचाने के लिए ” वी लव साइंस कैंपेन 8 दिसंबर को भोपाल में लांच होगी । देश के जाने – माने प्रायोगिक विज्ञानी और विज्ञान पुस्तकों के लेखक प्रो . एच . सी . वर्मा आंचलिक विज्ञान केन्द्र में आयोजित कार्यक्रम में कैंपेन को लांच करेंगे । भोपाल की सर्च एंड रिसर्च डवलपमेंट सोसायटी ने इस कैंपेन का तैयार किया है । सोसायटी पिछले 12 वर्षों से विज्ञान संचार के क्षेत्र में कार्य कर रही है । पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ . एपीजे अब्दुल कलाम से लेकर देश के अनेक वैज्ञानिकों का स्कूली विद्यार्थियों के साथ संवाद कराने से लेकर गांवों में विज्ञान के प्रयोगों को सरल भाषा में समझाने का काम सोसायटी कर रही है । कैमिस्ट्री विषय के साथ विज्ञान संचारक के रूप में काम करने वाली सोसायटी की अध्यक्ष डॉ . मोनिका जैन के मुताबिक- वी लव साइंस , अभियान लोगों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण पैदा करने की यह अनूठी पहल है । उन्होंने कहा कि हम अक्सर कहते हैं कि विज्ञान हमारे आसपास है लेकिन लोगों के व्यवहार में अब भी वैज्ञानिक दृष्टिकोण की कमी दिखाई देती है । कोविड -19 की दूसरी और तीसरी लहर ने साबित कर दिया है कि बिना विज्ञान के हमारा जीवन न केवल अधूरा है , बल्कि असंभव सा है । जिस तरह से पर्यावरण के साथ खिलवाड़ हुआ है , उसके दुष्परिणाम के रूप में कोविड -19 जैसी महामारी अंतिम होगी , यह कहना मुश्किल है । इसलिए अब जरूरत है कि हमारा पूरा समाज वैज्ञानिक सोच के साथ आगे बढ़े और वैसा ही व्यवहार करे । तभी हम भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सक्षम होंगे । उन्होंने कहा कि यह अभियान आज वक्त की जरूरत है । आज हमारे देश में सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की है , जब उनका दृष्टिकोण वैज्ञानिक होगा , तो निश्चित तौर से भारत के विकास की गति कई गुना बढ़ जाएंगी । अवैज्ञानिक व्यवहार के कारण जो समस्याएं हैं , वे काफी हद तक खत्म होंगी । संसाधन बचेंगे और देश की प्रगति में उनका उपयोग हो सकेगा । क्या है कैंपेन जन – मानस को वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करना । वैज्ञानिक व्यवहार को प्रोत्साहित करना । ऐसे चलेगा कैंपेन स्कूल और कॉलेजों के टीचर्स और स्टूडेंट के साथ इस अभियान की शुरूआत होगी । स्टूडेंट्स के माध्यम से इस संदेश को लोगों का पहुंचाया जाएगा । स्कूल और कॉलेजों के लिए कई प्रकार की गतिविधियां तैयार की गईं । हाट बाजार , चौक – चौराहों , बस्तियों में गतिविधियां होंगी । समाज के प्रबुद्ध जनों को जोड़ा जाएगा ।

आमजन ऐसे जुड़ेंगे कैंपेन से स्वच्छता पर बात करना , मास्क लगाने और वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करना , यथासंभव प्लास्टिक का उपयोग बंद करना , पानी बचाना , वृक्षारोपण , ऊर्जा की बचत जैसी छोटी – छोटी पहल करके आमजन इस अभियान से जुड़ सकेंगे । सोसायटी की वेबसाइट www.searchandresearch.in पर अपने कार्यों की जानकारी दी जा सकती है । सोसायटी के वालेंटियर्स ऐसे लोगों से संपर्क करेंगे । इनकी उपस्थिति में लांच होगा कैंपेन कैंपेन की लांचिंग आंचलिक विज्ञान केन्द्र भोपाल में दोपहर 12.15 बजे होगी । इस अवसर पर प्रदेश के भर से आए टीचर्स और साइंस कम्युनिकेटर उपस्थित रहेंगे । कैंपेन की आवश्यकता से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य संविधान की अपेक्षा भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 – A ( H ) में देश के नागरिकों से अपेक्षा की गई है कि वे वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं । यह उनका कर्त्तव्य है । नई शिक्षा नीति भारत की नई शिक्षा नीति 2020 में रचनात्मक अध्ययन , पठन – पाठन पर बल दिया गया । यह अभियान इस लक्ष्य को पूरा करने में सहयोगी होगा । कोविड- 19 महामारी कोविड और इसी तरह की भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण एक हथियार है । सस्टेनेबल डवलपमेंट गोल ( एसडीजी ) एसडीजी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए वैज्ञानिक व्यवहार की अपेक्षा की गई है ।

Loading...

Check Also

महाकुम्भ हेतु गुरुवार 16 जनवरी को 10 महाकुम्भ मेला विशेष गाड़ियाँ चलाई जायेंगी

सूर्योदय भारत समाचार सेवा, वाराणसी : महाकुम्भ-2025 में मकरसंक्रांति के बाद – पूर्वोत्तर रेलवे के …

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com