अशाेक यादव, लखनऊ। तीन अक्टूबर को खीरी के तिकुनिया में आठ लोगों की हत्या मामले में शुक्रवार को दोनों पक्षों से करीब 50 से ज्यादा लोग बयान दर्ज कराने पहुंचे। दोनों तरफ से सुबह ही बड़ी संख्या में लोग पुलिस लाइन पहुंच चुके थे। जांच टीम को कई अधिकारियों के बयान दर्ज करने के लिए लगाया गया।
सभी गवाहों के बयान पुलिस ने दर्ज किए। बयान दर्ज करने का यह सिलसिला शाम तक चलता रहा। इसमें जिन गवाहों के बयान महत्वपूर्ण थे, उनके बयान 164 के तहत कोर्ट में भी दर्ज करवाए गए।
लखीमपुर हिंसा में गवाहों के बयान दर्ज करने का सिलसिला तेजी से जारी है। शुक्रवार को अचानक से दोनों पक्षों के करीब 50 से ज्यादा लोग पुलिस लाइन पहुंच गए। इसमें के ज्यादातर लोग ऐसे थे जो उस दिन घटना स्थल पर मौजूद थे। जबकि कुछ गवाह दूसरी तरफ से भी थे।
कई गवाह ऐसे भी थे, जिन्होंने पहले शपथ पत्र भी दिए थे। ज्यादा संख्या में गवाहों के पहुंचे से जांच टीम को भी मशक्कत करनी पड़ी। बयान दर्ज करके के लिए कमेटी के कई सदस्यों को लगाया गया। कई पुलिसकर्मियों ने उनके बयान लिखे। यह बयान गवाहों के 161 में हुए हैं। सभी गवाहों ने जांच टीम को वही बताया जो उस दिन देखा था।
जांच टीम ने सभी के दर्ज बयानों का अवलोकन किया। इसमें जिसके बयान ज्यादा महत्वपूर्ण थे। उनका बयान कोर्ट में 164 के तहत भी दर्ज करवाया गया। पुलिस लाइन में ज्यादा गवाहों के पहुंचने गहमा गहमी का माहौल रहा।