मॉस्को: रूस द्वारा यूक्रेन के तीन नौसैनिक जहाजों पर हमला करके उन पर कब्जे के बाद युद्ध का खतरा बढ़ गया है। ये घटना क्रीमियाई प्रायद्वीप के पास की है जहां रूस की तरफ से की गई फायरिंग में यूक्रेन के कई नाविक घायल हो गए। इस घटना से रूस और यूक्रेन के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। रूस का कहना है कि यूक्रेन के तीन नौसैनिक जहाज गैरकानूनी तरीके उसकी जल सीमा में से घुस आए थे। दोनों देश इन हालात के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। क्रीमियाई प्रायद्वीप काला सागर और आजोव सागर को एक दूसरे से अलग करता है। साल 2014 तक यूक्रेन और रूस दोनों को इस हिस्से का इस्तेमाल करने का हक था लेकिन पिछले चार से इस इलाके पर रूसी सेना का कब्जा है। यूक्रेन के जहाज आजोव सागर में स्थित मैरीयूपॉल शहर जाते हैं। इस शहर पर कब्जा करने वालों को रूस का समर्थन हासिल है।
यहां साल 2014 से लेकर अब तक करीब 10 हजार लोग मारे गए हैं। लेकिन रूस ने एक पुल के नीचे टैंकर तैनात करके आजोव सागर की ओर जाने वाला रास्ता बंद कर दिया है। ट्विटर पर पोस्ट किए गए वीडियो में साफ देखा जा सकता हैं कि क्रीमियाई प्रायद्वीप के पास बने पुल के नजदीक कई रूसी जहाज इलाके पर नजर रखने के लिए उड़ान भर रहे हैं.यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको ने देश की नेशनल सिक्यॉरिटी एंड डिफेंस काउंसिल की मीटिंग में रूस के कार्रवाई को सनक भरा कदम बताया है। इस बीच यूरोपीय संघ ने रूस से कहा है कि यूक्रेन को कर्च से आजोव सागर में अपने हिस्से में जाने से न रोका जाए। नॉटो ने भी इस मामले में यूक्रेन का समर्थन किया है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने यूक्रेन के तीन नौसैनिक पोतों को जब्त कर लेने की रूस के पुष्टि करने के बाद एक आपात बैठक बुलाई है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने ये जानकारी दी।