मॉस्को: रूस के मैग्नीतोगोस्र्क शहर में एक इमारत में हुए धमाके के चार दिन बाद बचाव कर्मियों ने मलबे में दबे लोगों को तलाशने का अभियान खत्म कर दिया है। वीरवार को एक व्यक्ति का शव मिलने के साथ मृतकों की संख्या 39 हो गई है। धमाके के बाद यह गगनचुंबी इमारत ध्वस्त हो गई थी। रूस के उप आपात सेवा मंत्री एलेक्जेंडर च्यूप्रियन ने पत्रकारों को बताया कि हमने आज आखिरी और 39वें शव को निकाल लिया है और अब मलबे में किसी के भी दबे होने की आशंका नहीं है। रूस के आपात सेवा मंत्रालय ने सोमवार को शहर में दस मंजिला इमारत का एक हिस्सा जमींदोज होने के बाद मलबे के ढेर से लोगों को बचाने के लिये बड़ा अभियान चलाया था।
रूस अधिकारियों ने कहा कि उनकी शुरू से कोशिश थी कि जल्द से जल्द मलबे में दबे लोगों तक पहुंचा जाए क्योंकि तापमान शून्य से नीचे 29 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। ऐसे में बर्फ को हटाने के लिये गर्म हवा और दूसरे उपकरणों का भी सहारा लिया गया। मंगलवार को बचावकर्मियों ने 35 घंटे की मशक्कत के बाद दस महीने के एक बच्चे को मलबे से बाहर निकाला था, जिसके बाद और लोगों के भी जिंदा होने की उम्मीद जगी थी। लेकिन बचाव अभियान में आगे कोई सफलता नहीं मिली। गंभीर रूप से घायल इस बच्चे को हेलीकॉप्टर से मास्को के अस्पताल ले जाया गया। बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने उसकी हालत स्थिर बताई थी।