अशोक यादव, लखनऊ। कोरोना वायरस के बढ़ाते खतरे को देखते हुए प्रदेश भर में सरकारी राशन दुकानों से गरीब, मजदूर, और दिहाड़ी मजदूरों को मुफ्त राशन वितरण पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि लाॅकडाउन की घोषणा के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की जनता को 3 महीने तक निःशुल्क राशन देने को कहा था। लेकिन अब महज एक महीने का राशन दिया जा रहा है।
कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा है कि घोषणा के विपरीत अंत्योदय कार्ड धारकों को छोड़ कर दूसरे गरीबों व मजदूरों से पैसे की वसूली की जा रही है।
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि राशन वितरण में बॉयोमेट्रिक की अनिवार्यता से कोरोना संक्रमण फैलने का भी डर है। इसलिए बॉयोमेट्रिक को स्थगित किया जाना चाहिए।
बुधवार को अपने जारी बयान में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, राशन वितरण के लिए कोटेदारों से उठान स्थल पर पैसे जमा कराए जा रहे हैं। यह पैसे बाद में वापस करने की बात कही जा रही है। कोटेदारों का यह शोषण तत्काल बंद होना चाहिए।
लल्लू ने कहा कि संकट की इस घड़ी में राशन कार्ड की अनिवार्यता भी खत्म कर देनी चाहिए। क्योंकि प्रदेश में बड़ी संख्या में गरीबों के पास कार्ड नहीं है। ताकि कोई भी गरीब भूख से न मरे।