
अशाेक यादव, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत प्रदेश के 3,42,322 लाभार्थियों के खातों में 2409 करोड़ रुपए का ऑनलाइन ट्रांसफर किए। इस दौरान उन्होंने वाराणसी, मथुरा, गाजियाबाद, अयोध्या और सहारनपुर के 2-2 लाभार्थियों से सीधा संवाद करते हुए उनसे उनके मकान निर्माण की स्थिति, बच्चों की पढ़ाई के बारे में जानकारी ली और शहरी क्षेत्र के गरीबों ढूंढ ढ़ूंढ कर उन्हें आवास उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के 10 लाभार्थियों प्रभावती देवी, गिरजावती देवी, पूनम चौहान, रिन्की, मंजू देवी, सविता चौहान, मीनू सोनकर, प्रीती चौहान, खुशबुन्निसा, और सल्तनत को मकान की चाभी प्रदान की। इस अवसर पर योजना से संबंधित सूडा की ओर से बनाई गयी फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अन्तर्गत लगभग 1,24,782 लाभार्थियों को प्रथम किस्त, 69732 लाभार्थियों को द्वितीय किस्त तथा 147751 को तृतीय किस्त प्रदान की गयी है। उन्होंने बताया इस योजना के तहत शहरी क्षेत्र के लिए ढाई लाख रूपये आवास निर्माण के लिए दिए जाते हैं। उन्होंने पात्रता के बारे में बताया कि लाभार्थी की सालाना आय 3 लाख से कम हो वही इसके पात्र होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यान्वयन में भी प्रदेश आज एक अग्रणी राज्य है। भारत सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी में यूपी को पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों के श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली नगरपालिका परिषद की श्रेणी में मिर्जापुर नगर पालिका परिषद को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि अब तक लाभार्थी आधारित व्यक्तिगत आवास निर्माण घटक में स्वीकृत आवासों के सापेक्ष 9,27,781 आवासों पर कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है जिसमें 567116 आवास पूर्ण हो चुके है। प्रदेश सरकार 2022 तक प्रदेश के सभी पात्र लाभार्थियों को पक्का आवास प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने लाभार्थियों, जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों से कहा कि जिन लाभार्थियों को जिस मद में धनराशि दी जा रही है, उस धनराशि का प्रयोग उसी कार्य पर हो और नोडल अधिकारी नामित करते हुए सहज एवं सस्ते दर पर भवन सामग्री लाभार्थियों को उपलब्ध कराया जाये तथा कार्यों की साप्ताहिक समीक्षा की जाये। समयबद्ध ढंग से कार्यक्रम को आगे बढ़ाना है, कार्य रूकना नही चाहिए, धनराशि की कमी नहीं होगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों से अपने घरों में सहजन का पेड़ लगाने के लिए भी कहा।
इस अवसर पर महापौर सीता राम जायसवाल, राज्यसभा सांसद जयप्रकाश निषाद, विधायक डा. राधामोहन दास अग्रवाल, विपिन सिंह, शीतल पाण्डेय, महेन्द्रपाल सिंह, संगीता यादव, मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर, जिलाधिकारी के. विजयेन्द्र पाण्डियन, निदेशक सूडा आदि उपस्थित रहे।