नई दिल्ली: मध्यप्रदेश में सरकार की प्याज खरीदी की घोषणा के बाद नागरिक आपूर्ति निगम के अफसर, व्यापारी और दलालों के गठजोड़ ने बड़े पैमाने पर प्याज को अपने स्तर से लाखों रुपये कमीशन लेकर बेच डाला. इस मामले के खुलासे के बाद सरकार की नींद टूटी और उसने आनन-फानन में महाप्रबंधक श्रीकांत सोनी को बुधवार रात निलंबित कर दिया और गुरुवार को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया. विधानसभा में कांग्रेस ने प्याज खरीदी में गफलत और खाद्य मंत्री तक की संलिप्तता का आरोप लगाए जाने पर सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि जो भ्रष्टाचार करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा. सोनी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
आधिकारिक तौर पर गुरुवार को जारी बयान में शाजापुर कृषि उपज मंडी के सचिव वीरेंद्र कुमार आर्य को भी भ्रष्ट आचरण के कारण निलंबित कर दिया गया. निलंबन अवधि में उन्हें राज्य कृषि विपणन बोर्ड के इंदौर स्थित आंचलिक कार्यालय से संबद्ध किया गया है. राज्य कृषि विपणन बोर्ड के प्रबंध संचालक ने कदाचार और कार्य में लापरवाही संबंधी वीडियो को संज्ञान में लेते हुए आर्य को निलंबित किया है.
आपको बता दें कि राज्य में सरकार द्वारा आठ रुपये की दर से प्याज की खरीदी की जा रही है और इसे दो रुपये की दर से बेचा जाना है. इससे सरकार को प्रति किलो 6 रुपये का नुकसान तय है. वहीं खुले बाजार में अब भी प्याज आठ से 10 रुपये किलो मिल रहा है.