अमृतसर: पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (पीएसजीपीसी) ने खुलेआम आतंकी हाफिद सईद के राजनीतिक संगठन मिल्ली मुस्लिम लीग के समर्थन में आ गई है। बता दें कि हाफिज मुंबई आतंकी हमलों का मास्टमाइंड है। पीएसजीपीसी के जनरल सेक्रटरी गोपाल सिंह चावला ने ना सिर्फ एमएमएमल को समर्थन दिया है, बल्कि ननकाना साहिब पर उसका सम्मेलन भी करवाया है।
इंटेलिजेंस के सूत्रों का कहना है कि चावला ने एमएमएल का सम्मेलन करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कहा जा रहा है कि इसमें एमएमल का अध्यक्ष सैफुल्ला खालिद और खुद हाफिज भी मौजूद था। सूत्रों के मुताबिक, यह सम्मेलन पाकिस्तान में मौजूद सिखों का अगले चुनाव में समर्थन हासिल करने के लिए आयोजित किया गया था। खबरों की मानें तो सैफुल्ला, हाफिज और चावला लोगों को भारत के खिलाफ भड़काकर चुनाव में फायदा उठाना चाह रहे हैं।
हालांकि, पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने अप्रैल के पहले महीने में एमएमल को रजिस्ट्रेशन देने से इनकार कर दिया था। इसके अलावा अमेरिका ने भी इसे आतंकी समूह करार दिया है। जानकारी के मुताबिक, इस बात की पूरी कोशिश की गई कि सम्मेलन में कोई भी हाफिज की फोटो ना खींच पाए, क्योंकि अमेरिका की तरफ से उसके सिर पर 1 करोड़ डॉलर का इनाम रखा गया है।
इस सम्मेलन से कुछ दिन पहले ही हाफिज के रिश्तेदार अब्दुल रहमान मक्की ने गुरु नानक देव के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था, जिस पर पीएसजीपीसी ने ऐतराज किया था। पेशावर के एक सिख नेता ने नाम ना छापे जाने की शर्त पर बताया कि मुट्ठी भर सिख ही ऐसे हैं, जो एमएमएल का साथ दे रहे हैं बाकी सब इसके खिलाफ हैं।