मनोज श्रीवास्तव, लखनऊ। लखनऊ में विधान भवन में आज से शुरु विधानमंडल का मानसून सत्र छोटा होगा। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के सभी इंतजाम के बीच चार दिन में 16 विधेयकों को मंजूर कराने की तैयारी है। पहली बार सदन में वर्चुअल कार्यवाही होगी। 65 वर्ष से अधिक उम्र के विधायकों को सत्र में वर्चुअल तरीके से जोड़ा गया। सिर्फ 65 साल से कम उम्र के विधायकों को ही सदन में मास्क और ग्लब्स के साथ प्रवेश दिया गया।
विधानमंडल का मानसून सत्र कई मायनों में अनूठा होगा। कोरोना महामारी के दौरान संवैधानिक बाध्यता के कारण इस सत्र के लिए अनेक ऐसी व्यवस्थाएं करनी पड़ रही हैं जो विधानसभा के इतिहास मेें पहली बार होंगी। मसलन दर्शक दीर्घा मेंं भी विधायकों को बैठना पड़ेगा। लॉबी में बैठकर भी विधायक सदन की कार्यवाही का हिस्सा होंगे।
सत्र के दौरान जिन विधेयकों को मंजूर कराने की योजना है उसमें उत्तर प्रदेश लोक एवं निजी स पत्ति क्षति वसूली विधेयक 2020, उत्तर प्रदेश आकस्मिकता निधि संशोधन विधेयक 2020, उत्तर प्रदेश राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन द्वितीय संशोधन विधेयक 2020, उत्तर प्रदेश राज्य विधानमंडल सदस्यों की उपलब्धियों और पेंशन संशोधन विधेयक 2020, उत्तर प्रदेश औद्योगिक विवाद संशोधन विधेयक 2020, उत्तर प्रदेश कारखाना विवाद संशोधन विधेयक 2020, उत्तर प्रदेश औद्योगिक क्षेत्र विकास संशोधन विधेयक 2020, कारागार अधिनियम 1894 में संशोधन विधेयक 2020, उत्तर प्रदेश मूल्य संवॢधत कर संशोधन विधेयक 2020, उत्तर प्रदेश मंत्री वेतन भत्ता और प्रकीर्ण उपबंध संशोधन विधेयक 2020, उत्तर प्रदेश कतिपय श्रम विधियों से अस्थाई छूट संशोधन विधेयक 2020, उत्तर प्रदेश कृषि उत्पादन मंडी संशोधन विधेयक 2020, उत्तर प्रदेश लोक स्वास्थ्य एवं महामारी रोग नियंत्रण विधेयक 2020, उत्तर प्रदेश गोवध निवारण संशोधन विधेयक 2020, उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित स्वतंत्र विद्यालय शुल्क विनियमन संशोधन विधेयक 2020 तथा कारागार उत्तर प्रदेश संशोधन विधेयक 2020 शामिल हैं।