कानपुर। गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन कांड में आरोपी प्राचार्य राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी पूर्णिमा शुक्ला को यूपी एसटीएफ खोज निकाला। एसटीएफ ने दोनों को कानपुर के साकेत नगर इलाके से एक नामी वकील अखिलेश दूबे के घर से गिरफ्तार किया है।
दोनों लोगों को हिरासत लेने के बाद अब एसटीफ की टीम और जांच अधिकारी दोनों से पूछताछ करेंगे। बीआरडी मेडिकल कालेज प्रिंसिपल डॉ. राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी को विभागीय जांच में दोषी पाया गया है।
इसके पहले मेडिकल कॉलेज स्थिति इनके आवास पर जांच अधिकारी पहुंचे तो वहां सन्नाटा कई तालों से घर को सुरक्षित कर आरोपी दम्पति फरार थे। इनके घर के बाहर नोटिस भी चस्पा कर दी गई है।
मामले को लेकर जांच की कॉपी गोरखपुर पहुंच गई है। इस मामले में जांच अधिकारी गोरखपुर के कैंट सीओ को बनाया गया है। अधिकारी को एक टीम बनाकर दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का आदेश ऊपर से आ गया है। फिलहाल इन दोनों की गिरफ्तार के बाद अब बाकी के आरोपियों को पुलिस तालाश रही है।
टीम अब मनीष भंडारी, उदय प्रताप शर्मा, सहायक लिपिक लेखा संजय कुमार त्रिपाठी, कनिष्ठ सहायक लेखानुभाग सुधीर कुमार पांडेय, एनस्थीसिया डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ सतीश, 100 बेड एईएस वार्ड के नोडल प्रभारी डॉ कफील खान और चीफ फार्मसिस्ट गजानन्द की तलाश में जुटी हुई है। ये सभी इस मामले में प्रमुख आरोपी हैं, जिन्हें शासन की पहली जांच में दोषी पाया गया है।